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बताया जा रहा है कि जितेंद्र सिंह बेतिया शहर से होते हुए अपने घर बानुछापर जा रहे थे। तभी कुछ लोगों ने रेलवे गुमटी के पास उनकी बाइक रोक दी और हथियार तान दिया। जितेंद्र सिंह बाइक छोड़कर भागने लगे तभी बदमाशों ने दौड़ाकर रेलवे गुमटी के समीप गोलियों से छलनी कर दिया। जिससे उनकी मौत हो गई। जितेंद्र सिंह 10 साल पारस पकड़ी के मुखिया रहे हैं। वही बस स्टैंड में उनका बस भी चलता हैं और वह ठेकेदारी भी करते थे। आपको बता दे की लगभग दो 2 वर्ष पहले टेंडर को लेकर उनके बेटे को भी बदमाशों ने चाकू मारी थी।
वहीं घटना की सुचना पर बेतिया एसपी अमरकेश डी, सदर एसडीपीओ विवेक दीप, मुफस्सिल थानाध्यक्ष अभिराम सिंह, बानुछापर थाना प्रभारी संतोष कुमार, टेक्निकल सेल प्रभारी ज्वाला सिंह समेत कई थानों की पुलिस पहुंची। घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम भी पहुंची है जो मामले की जांच कर रही है। सदर एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि गोली लगने से पारस पकड़ी के पूर्व मुखिया जितेंद्र सिंह की मौत हुई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस हर बिंदु की बारीकी से जांच कर रही है। जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।