Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

घटना के सम्बन्ध में मृतक के पुत्र सुशील कुमार सिंह के आवेदन पर तरियानी थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसमें कमलेश कुमार, उसके पुत्र प्रियांशु कुमार उर्फ भोला, पत्नी रीना देवी, पुत्री काजल कुमारी, पिता रामनगीना सिंह, भाई बबलू कुमार सुजीत कुमार को आरोपित किया गया है। दिए गए आवेदन में बताया गया है की उनके पिता शंकर सिंह और चाचा रामनगीना सिंह के बीच वर्षों से भूमि विवाद चल रहा था। इसी क्रम में गुरुवार की देर शाम रामनगीना सिंह द्वारा चापाकल का पानी उनके घर की ओर बहा दिया गया था। इसका शंकर सिंह ने रामनगीना सिंह के घर पर पहुंचकर विरोध जताया था। जहां शंकर सिंह के साथ गाली-गलौज की गई। शंकर सिंह वहां से अपने घर लौट आए। जैसे ही वह अपने घर पहुंचे आरोपितों ने घर में घुसकर उनकी लाठी-डंडों से पिटाई कर दी। वहीं सुजीत कुमार ने शंकर सिंह का दोनों हाथ पकड़ लिया और प्रियांशु कुमार उर्फ भोला ने सीने में तलवार घोंप दी। जिस कारण मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
वही बचाने आए सुशील कुमार सिंह व उनके भाई शशिभूषण सिंह की भी आरोपितों ने पिटाई कर दी। सूचना के बाद थानाध्यक्ष विनय प्रसाद के नेतृत्व में मौके पर पहुंची तरियानी थाने की पुलिस ने मामले की जांच की। देर रात शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। शुक्रवार को पोस्टमार्टम बाद पुलिस ने शव को सुशील कुमार सिंह को सौंप दिया। वहीं फर्द बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई शुरू कर दी है। मृतक के पुत्र सुशील कुमार व पुत्री गुड़िया कुमारी ने बताया कि पानी बहाव और खेत की दिशा को लेकर कुछ समय से विवाद चल रहा था। गुरुवार को भी बहस हुई थी। जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया।