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जिसके बाद देर रात करीब 2:00 बजे सविता के जोर-जोर से रोने की आवाज सुनकर वह कमरे में पहुंचीं तो देखा कि बहू रंजीत को फंदे से नीचे उतारकर बरामदे में ला रही थी। रंजीत की गर्दन व कनपटी पर कटने का गहरा निशान था। जिसे लेकर पत्नी का कहना है कि फंदा काटने के दौरान दबिया से गर्दन व कनपटी में जख्म हो गया है। जानकारी के अनुसार रंजीत की शादी तीन वर्ष पूर्व सुपौल जिले के गिरधरपट्टी निवासी सुरेंद्र राम की पुत्री सविता देवी से हुई थी। उसे कोई संतान नहीं थी। रंजीत मां-बाप का इकलौता पुत्र था। दो छोटी बहनें हैं, जिनकी शादी नहीं हुई है। उनके पिता पिंटू राम मजदूरी करने पंजाब गए हुए हैं। मृतक रंजीत के मामा दिनेश राम ने बताया कि शादी के कुछ समय बाद ही सविता का मायके में ही किसी अन्य युवक से अवैध संबंध होने की बात सामने आई थी। इसे लेकर पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। वह अधिकतर मायके में ही रहती थी।
उन्होंने बताया कि सुबह 6:00 बजे सविता को ग्रामीणों ने किसी से फोन से बांसबाड़ी में बात करते हुए सुना था। रंजीत राम जब तीन महीना पूर्व अपनी पत्नी को लाने ससुराल गए थे तो उसके ससुर सुरेंद्र राम उसे बहला-फुसलाकर पंजाब लेकर चले गए। वहां 10 हजार रुपये में किसी के पास रंजीत को बंधक रख दिया था। बाद में दिनेश ने अपने भांजे को किसी तरह से वापस लाया। 16 जून को रंजीत पत्नी को मायके से वापस घर लाया था। उसके एक दिन बाद ही 17 जून की रात उसकी हत्या कर दी गई। घटना की सूचना पर बुधवार दोपहर को पहुंची भर्राही थाना की पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिया। जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया की पति की गला काटकर हत्या के आरोप में पत्नी सविता देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। महिला का टूटा हुआ मोबाइल फोन बरामद किया गया है, लेकिन उसमें सिमकार्ड नहीं है। स्वजन का आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।