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दरअसल 26 जुलाई को हुई पप्पू प्लंबर हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली इस मामले में मृतक की पत्नी उसके भाई सहित एक शूटर्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, एसपी डॉ इनामुल हक मेगनु के द्वारा गठित एसआईटी ने 7 दिन के अंदर ही मामले का खुलासा करते हुए आरोपियों को धर दबोचा, एसपी ने बताया कि पप्पू की पत्नी प्रीति गुप्ता ने ही अपने देवर के साथ मिलकर हत्या कार्रवाई थी, गठित टीम ने घटना में आरोपी पत्नी सहित तीन आरोपियों को नवगछिया के गोपालपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है जिसमें एक शूटर्स की भी गिरफ्तारी हुई है।
आरोपी भाई राजकुमार साह शूटर्स सुरजा कुमार पासवान सहित पत्नी प्रीति गुप्ता नवगछिया गोपालपुर की रहने वाली है, 26 जुलाई की रात पूरबपाली के पास एमजीएम मेडिकल कॉलेज से काम कर घर लौट रहे पप्पू गुप्ता की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए शूटर्स को हायर किया गया था देवर संग मिलकर नवगछिया से शूटर्स को बुलाया, इनसे एक लाख में सौदा हुआ था और एडवांस में 20 हजार नगद दिए गए थे।
घटना को अंजाम देने के लिए शूटर्स स्कार्पियो से सात की संख्या में पहुंचे थे, इसमें पप्पू का भाई राजकुमार भी था किशनगंज कैल्टेक्स चौक पहुंचने के बाद उसने पप्पू की लोकेशन प्रीति से ली प्रीति ने पप्पू को घर आने के लिए कहा हालात भांप कर अपराधी सुनसान जगह पर पप्पू का इंतजार करने लगे मृतक पप्पू की पत्नी प्रीति बीएससी नर्सिंग होम में तीसरे वर्ष की छात्रा और उसका अपने देवर के साथ प्रेम-प्रसंग था जिसको लेकर भर में अनबन होती रहती थी।
पत्नी ने ही देवर के साथ मिलकर पप्पू की हत्या करवाई थी एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया टीम ने वैज्ञानिक अनुसंधान करते हुए जांच प्रारंभ की मृतक पप्पू गुप्ता एवं पत्नी प्रीति गुप्ता मोबाइल डिटेल्स खंगाला, जिसके बाद हत्या में मृतक की पत्नी की संलिप्तता सामने आई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, पुलिस ने आरोपी के पास से एक देसी कट्टा, एक चाकू, एक फाइटर, 6 मोबाइल फोन बरामद किया है और सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।