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स्थानीय ग्रामीणों और परिजनों के अनुसार, गोपाल मिश्रा नशे का सेवन करते थे और अक्सर गुस्से में विवाद करते रहते थे। पारिवारिक संबंध भी पिछले कुछ समय से तनावपूर्ण थे। मृतका के भैंसुर शंभु मिश्रा ने बताया कि घटना के समय आरोपी ने गीता देवी के सीने में गोली मारी और वहां से ईंट-भट्ठे की तरफ भागते हुए कई राउंड फायर भी किए। वारदात के बाद घर के पास ही गीता देवी का शव पाया गया। सूचना मिलते ही उनका बेटा श्रीकांत कुमार और पुत्रवधू घटनास्थल पर पहुंचे।
श्रीकांत ने बताया कि वे अपनी पत्नी, बहन और मां के साथ गोविंदपुर थाना क्षेत्र के बुधुआ गांव में रहते थे। शुक्रवार को उनके पिता ने उन्हें किसी तरह रजौली आने के लिए मजबूर किया था। श्रीकांत के अनुसार, वे अपनी मां को घर पर छोड़कर निकले ही थे कि आधे घंटे बाद पिता का फोन आया कि उनकी मां को गोली लगी है। जब वे मौके पर पहुंचे, तब तक गीता देवी की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी की तलाश में छापेमारी कर रही है। घटना से गांव में शोक और दहशत का माहौल है। जांच जारी है।



