Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
दिए गए आवेदन में लिखा गया है कि बिते 22 अक्टूबर को हमारे पति अपने खेत पर मड़ई लगवाने का बोलकर घर से निकले लेकिन शाम 7:20 पर वहां लक्ष्मी साह की दुकान पर कुछ सामान खरीदने लगे जैसे ही सामान खरीद कर आ रहे थे कि उसी समय पश्चिम तरफ से चार आदमी आ रहे थे उसमें सबसे आगे आगे दया सिंह उर्फ दयानंद सिंह दूसरा रवि शंकर सिंह दोनों पिता स्वर्गीय ललन सिंह ग्राम मसही निवासी के हैं तथा इन दोनों आदमी के पीछे से दो और लोग थे यह चारों आदमी जैसे ही चौमुहानी के पास पहुंचे तभी दयासिंह बोले कि अरे मार दुश्मन सामने खड़ा है, तब रवि शंकर सिंह अपने हाथ में बनावटी राइफल से गोली चला दिया जो पति के बाईं आंख में लग गई शिव मुनि सिंह वही गिर गए।
सूचना पर पुलिस पहुंची और घायल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ से डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए वाराणसी रेफर कर दिया जहाँ उनकी मौत हो गयी, बताया जाता है कि इसके पूर्व पुलिस के द्वारा बताया गया था कि तीन व्यक्ति नशे में थे जिसमें शिव मुनि यादव के कट्टे से ही फायर हुआ जिससे उनकी जान चली गई लेकिन उनकी पत्नी के द्वारा दिए गए आवेदन में हत्या का नया मोड़ ले लिया है।