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शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि आज अलग-अलग विषयों पर चर्चा हुई है इसमें जो भी युवा महंगाई, रोजगार और सविधान के लिए काम करना चाहता है अगर आपस में बातचीत कर रहे हैं तो देश में कुछ अच्छा कर सकेंगे, इस दौरान किसी यादव को उनके घर पर आदित्य ठाकरे ने मराठी सॉल और शिवाजी महाराज की छोटी सी मूर्ति भेंट की जिसके बाद तेजस्वी यादव ने भी मिथिला पेंटिंग की चादर आदित्य ठाकरे को भेंट किया साथ ही लालू यादव पर लिखी दो किताबें भी भेंट की।
बातचीत के बाद तेजस्वी यादव पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलाने एक अणे मार्ग ले गए थे पपहले आदित्य के दौरे में सीएम से मिलने का कार्यक्रम तय नहीं था, आदित्य ठाकरे के साथ शिवसेना सचिव अनिल देसाई और शिवसेना के सांसद नेता प्रियंका चतुर्वेदी सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे, शिवसेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने बताया कि आदित्य ठाकरे और तेजस्वी यादव की मुलाकात काफी अहम है और दोनों लीडर्स में आने की राजनीति की पूरी संभावना है।
आदित्य ठाकरे से तेजस्वी यादव के मुलाकात को लेकर भाजपा ने भी कड़ा रिएक्शन दिया है भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि आदित्य ठाकरे के यहाँ आने का कोई फायदा नहीं होने वाला है इससे पहले मुख्यमंत्री तमाम विपक्षी नेताओं से मिल चुके हैं किसी ने उनको तरजीह नहीं दी, तेजस्वी यादव तो अपने पिता की राजनीति से विपरीत राजनीति कर रहे हैं, लालू यादव ने शिवसेना की राजनीति को नकार दिया था और उनके खिलाफ तेजस्वी यादव जा रहे हैं तेजस्वी यादव सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते हैं तेजस्वी यादव की राजनीति बिहार की जनता देख रही है।।