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हालांकि पिछले वर्ष अहियापुर और सदर इलाके में छापेमारी कर पुलिस ने सभी लड़कियों को मुक्त कराया था। ज्यादा तर तो लड़की पुलिस में शिकायत करना मुनासिब नहीं समझी लेकिन इसी में से एक छपरा जिले की लड़की हिम्मत कर सामने आई और कथित कंपनी की एक फर्जी एम्पलाई पर मुजफ्फरपुर के अहियापुर ने FIR दर्ज करवाया है। इस पूरे प्रकरण को लेकर छपरा की एक पिड़िता ने अहियापुर थाने में मामला दर्ज कराया है। पीड़िता ने बताया कि फेसबुक पर महिलाओं के लिए जॉब ऑफर के पोस्ट के माध्यम से वह डीवीआर संस्था से जुड़ी जहां अप्लाई करने पर चयन होने के बाद प्रशिक्षण के नाम पर ₹20000 की मांग की गई उसने बताया कि 20000 जमा करने के बाद बहुत सारी लड़कियों के साथ अहियापुर थाना क्षेत्र में ही बखरी के निकट रखा गया।
लगभग 3 महीना तक गुजर जाने के बाद भी जब सैलरी नहीं मिली तो उसने संस्था के सीएमडी तिलक सिंह के समक्ष अपनी बात रखी तब उसे यह बताया गया कि 50 और लड़कियों को संस्था से जोड़ने पर उसकी सैलरी 50 हजार कर दी जाएगी। पीड़िता का कहना है कि मुजफ्फरपुर रहते हुए भी तिलक सिंह ने उसके साथ जोर जबरदस्ती कर शारीरिक संबंध बनाया था। उस दौरान वह गर्भवती हुई थी जिसे तिलकसिंह द्वारा नुकसान करा दिया गया था। इस बीच कंपनी के चीट फंड होने का उसे एहसास हो गया था तो उसने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराना मुनासिब माना क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि जैसे उसकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया गया वैसे किसी अन्य लड़कियों के साथ यह खिलवाड़ जारी रहे।