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उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि ऐसी कोई बात नहीं है मैं जेडीयू में जहां हूं संतुष्ट हूं, कुशवाहा से जब यह सवाल किया गया कि आपको मंत्री पद की इच्छा है तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मुझे न तो कोई इच्छा है और न मैं चाहता हूं कि मुझे कोई पद दिया जाए, वहीं दूसरी ओर सूत्र से मिल रही जानकारी के अनुसार 12 अगस्त की रात को राजधानी पटना के मौर्य होटल में कुशवाहा नेताओं की एक बैठक हुई थी बताया जा रहा है कि इस बैठक में जदयू में शामिल कई कुशवाहा जाति की विधायक और सांसद मौजूद थे इस बैठक में जदयू के प्रदेश कमेटी के बड़े नेता उमेश सिंह कुशवाहा भी शामिल थे, इस बैठक में तय किया गया कि कुशवाहा समाज से जिन्हें भी मंत्री बनाना है नीतीश कुमार बना सकते हैं लेकिन उपेंद्र कुशवाहा को नहीं।
सवाल यह उठता है कि नेताओं की उपेंद्र कुशवाहा से इतनी नाराजगी क्यों है बताया जा रहा है कि जदयू में एक गुट दल के उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ मैदान में उतर गए हैं नीतीश कुमार भले ही आरसीपी सिंह को बेदखल कर दी हो लेकिन अभी पार्टी के भीतर ही भीतर आग सुलग रही है माना जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा को लेकर कुशवाहा नेताओं में भारी नाराजगी है इसी को लेकर मौर्य होटल में 12 अगस्त कुशवाहा नेताओं की बैठक हुई थी, कुशवाहा समाज के नेताओं की उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ एकजुटता के वजह से नीतीश कुमार ने उन्हें मंत्री बन नहीं बनाने का निर्णय लिया है अपने खिलाफ समाज के ही नेताओं की गोलबंदी की भनक उपेंद्र कुशवाहा को भी लग गई है।
बताया जा रहा है कि जदयू के अंदर कुशवाहा समाज के नेता उपेंद्र कुशवाहा के बढ़ते कद से चिंतित हैं इसलिए पार्टी के नेता एक साथ आकर उपेंद्र कुशवाहा का रास्ता रोकने की तैयारी में है, नीतीश कुमार उन्हें कैबिनेट में शामिल नहीं कर रहे इस वजह से उपेंद्र कुशवाहा नाराज हैं नीतीश कुमार पर उन्हें संगठन में काम करने को कहा है, बताया जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा काफी दिनों से इस आस में थे कि उन्हें सरकार में शामिल किया जाएगा जदयू में अपनी पार्टी की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के विलय के बाद नीतीश कुमार ने उन्हें संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया था इसके बाद तभी से यह चर्चा थी कि उपेंद्र कुशवाहा को नीतीश कैबिनेट में शामिल कराया जाएगा।