Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
जिसे लेकर पिता सौरभ कुमार के द्वारा थाने में विद्यालय संचालक के ऊपर केस दर्ज कराया गया था। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुरानी खेरही गांव के नाबालिक छात्र इसी स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ाई करता था और लक्की आनंद के रूम में ही रहता था। एक माह पूर्व लक्की आनंद को जान से मार देने की धमकी नाबालिक छात्र ने दी थी। जो लक्की आनंद के बड़े भाई उज्जवल आनंद ने भी सुनी थी। इसकी शिकायत शिक्षकों से भी की गई थी लेकिन शिक्षकों एवं विद्यालय प्रबंधन के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। थानाध्यक्ष ने बताया कि नाबालिक छात्र ने हत्या कर लक्की आनंद को एक चादर से गले में फंदा लगाकर आत्महत्या का रूप देने का भी प्रयास किया था।
लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई भी चिह्न आत्महत्या का नहीं आया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि जिस छात्र ने हत्या की थी और जिस नाबालिक छात्र ने इस हत्या को देखा था। वह छात्र भी नाबालिक है, जो अकबरनगर थाना क्षेत्र के श्रीरामपुर गांव का है। छात्र ने भी कोर्ट में 164 का बयान दिया है। आरोपित नाबालिक छात्र को किशोर कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया गया है तथा दूसरे नाबालिक छात्र ने हत्या का गवाही भी दे दी है। उसे स्वजन को सौंप दिया गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि लक्की आनंद सहित दोनों नाबालिक छात्र एक ही कमरे में हास्टल में रहते थे।