Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत जगरिया के ग्राम शेरपुर में नवनिर्मित न्यू प्राथमिक विद्यालय को स्थानीय ग्रामीणों ने तालाब में तब्दील कर दिया है, पूरे गांव से निकलने वाला गंदा बदबूदार पानी विद्यालय के प्रांगण में ही जमा होता है जिस कारण से पूरा विद्यालय पानी में डूबा हुआ है, विद्यालय में आने जाने वाले शिक्षक सहित सभी बच्चे उसी गंदे पानी में से होकर गुजरने को मजबुर हैं।
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ज्ञात हो कि चैनपुर प्रखंड के ग्राम पंचायत जगरिया के ग्राम जगरिया में स्थित प्राथमिक विद्यालय जहां आसपास के लोग के द्वारा बहाया जा रहे गंदे पानी के सिड़न एवं आसपास के अतिक्रमण का शिकार पूर्व में प्राथमिक विद्यालय जगरिया हो चुका है, भवन जब जर्जर हो गई तो शिक्षा विभाग के द्वारा ग्राम शेरपुर में न्यू प्राथमिक विद्यालय के नाम से विद्यालय का निर्माण करवाया गया।
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जहां प्राथमिक विद्यालय जगरिया के बच्चों को भी शिफ्ट किया गया, बाद में प्राथमिक विद्यालय जगरिया स्थानीय लोगों के कब्जे में चला गया है, स्थानीय लोग उसमें पशु का चारा एवं मवेशियों को बांधते हैं वही स्थिति अब न्यू प्राथमिक विद्यालय शेरपुर की हो रही है, लगभग 3 वर्ष पूर्व ग्राम शेरपुर में नवनिर्मित न्यू प्राथमिक विद्यालय के नाम से विद्यालय का संचालन प्रारंभ हुआ, इस विद्यालय में उस गांव के सैकड़ों बच्चे पढ़ते हैं।
मगर वहां के स्थानीय ग्रामीणों की स्थिति यह है कि पूरे गांव से निकलने वाला गंदा पानी उसी विद्यालय के प्रांगण में छोड़ दिया जाता है, लगातार गांव से निकलने वाला गंदा पानी तालाब की शक्ल में विद्यालय के आसपास फैला हुआ रहता है। जिस वजह से विद्यालय के आसपास का पूरा वातावरण प्रदूषित है जलजमाव एवं गंदे पानी के कारण विद्यालय में शिक्षक सहित बच्चों को भी बैठने में काफी असुविधा महसूस होती है, विद्यालय के शिक्षक एवं बच्चे काफी परेशान रहते हैं।
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इससे जुड़ी जानकारी लेने पर न्यू प्राथमिक विद्यालय शेरपुर के प्रधानाध्यापक दिवाकर सिंह के द्वारा बताया गया कि गांव से निकलने वाला गंदा पानी विद्यालय के आसपास पूरी तरह भरा हुआ है जिस वजह से बच्चों को आने जाने में असुविधा होती है, तेज बदबू निकलने के कारण बच्चे स्कूल में आने से इंकार करने लगे हैं, बच्चों की उपस्थिति लगातार कम हो रही है, जिसे लेकर इनके द्वारा चैनपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पास जलजमाव से मुक्ति के लिए आवेदन दिया गया है।
वहीं इससे जुड़ी जानकारी लेने पर चैनपुर बीआरसी लिपिक सलीम अंसारी के द्वारा बताया गया कि विद्यालय के चारों तरफ भारी मात्रा में गांव से निकलने वाला गंदा पानी भरा हुआ है, जिसे लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा एक आवेदन कार्यालय में दिया गया है, जिस आलोक में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से चैनपुर अंचलाधिकारी के पास पत्र लिखकर जलजमाव से मुक्ति के लिए पत्र भेजा गया है।
वहीं इससे जुड़ी जानकारी लेने पर चैनपुर सीओ के द्वारा बताया गया कि चुनाव की व्यस्तता के कारण प्राप्त आवेदन पर कार्रवाई नहीं हो सकी है, जल्द ही विद्यालय में हो रहे भारी मात्रा में जलजमाव का कोई समाधान निकाला जाएगा।