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मामला गंभीर होने के कारण कोई भी कुछ बोलने से इनकार कर दिया। वहीं परिजन कई बार मीडियाकर्मियों से उलझ गए। घटना की सुचना मिलते ही नवगछिया एसपी प्रेरणा कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुँची FSL की टीम पहुँची। घटनास्थल का निरीक्षण किया मौके से एक खोखा और एक गोली बरामद किया। वहीं बताया यह भी जा रहा है कि जमीन को लेकर दोनों में वर्षों से विवाद चल रहा था। जमीन का बंटवारा घर का बंटवारा हुआ था। जिस घर मे सभी रहते थे वह मृतक विश्वजीत के नाम था ऐसे में छोटे छोटे बातों को लेकर भी दोनों उलझ जाते थे। इससे पहले पंचायती हुई थी तो मंत्री नित्यानंद राय के बड़े भाई ने मामला शांत कराया था। पंचायती हुई तो 3 महीने में अलग अलग रहने का आदेश हुआ था लेकिन इससे पहले आज दोनों आपस मे लड़ गए। मृतक के पिता रघुनंदन यादव ने कहा कि सुबह में दोनों भाई के बीच क्या हुआ ये नहीं देख सके. गोली का आवाज जब हुआ तो हम घर से बाहर निकले तो दोनों भाई एक दूसरे में उलझा हुआ था। दोनों एक दूसरे को मारने के लिए तत्पर था जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे को गोली मार दिया।
बुधवार की शाम में दोनों के पत्नियों बीच पानी को लेकर विवाद हुआ था। जिसके बाद ये विवाद दोनों भाई के बीच शुरू हो गया। बंटवारा दोनों के बीच हो गया था और घर विश्वजीत के हिस्से में आया था और जयजीत जून महीने में घर को छोड़ने वाला था। दोनों ने एक दूसरे के ऊपर गोली चलाया ये नहीं देख पाया किसने पहले चलाया। दोनों के पास छोटा हथियार था। मृतक के ससुर सुनील कुमार ने बताय की मैं बाहर था। घर आए तो जानकारी मिली कि जमाई बाबू को गोली मार दिया हैं। जल्दी से पत्नी को तैयार करवा कर भागलपुर पहुंचे तो पता चला कि एन के यादव के यहां है। वहां पहुंच कर पर चला कि घर पर हीं विश्वजीत की मौत हो गई थी। घटना का कारण कुछ पता नहीं है पिछले छः महीने से दोनों के बीच विवाद चल रहा था। कई बार फोन के माध्यम से जमाई बाबू को भी समझाए थे। नित्यानंद राय के बड़े भाई आकर पंचायत भी किए थे।