Bihar: कैमूर जिले के सभी प्रखंडों में 5 दिसंबर को धूमधाम से भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया गया शिक्षक दिवस के अवसर पर विद्यालय में कहीं मिठाईयां बांटकर तो कहीं केक काटकर धूमधाम से लोगों ने शिक्षक दिवस को मनाया है सरकारी विद्यालय एवं निजी विद्यालय सहित कोचिंग संस्थानों में बच्चों के द्वारा डॉ राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया गया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन 5 सितंबर 1888 को तमिल नाडु में जन्म लिए उनकी जन्मतिथि पर ही शिक्षक दिवस मनाया जाता है, डॉ राधाकृष्णन 1962 से 1967 तक भारत के राष्ट्रपति भी रहे, वह एक महान शिक्षक थे, उनका व्यक्तित्व श्रेष्ठ था, उन्हीं के यह विचार थे कि उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाए, तब से आज तक उनके जन्मदिवस पर ही पूरे देश में शिक्षक दिवस मनाया जाता हैं, यह एक ऐसा दिवस है जो सीधे शिक्षक और विद्यार्थियों से जुड़ा हुआ है विद्यार्थियों के जीवन में शिक्षकों के द्वारा दी गई शिक्षा जीवन भर काम आती है, और विद्यार्थी अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करते हैं।
चैनपुर प्रखंड के विभिन्न विद्यालय सहित चैनपुर में स्थित संस्कारम निजी विद्यालय में भी धूमधाम से डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस पर शिक्षक दिवस के रूप में मनाया गया, उस दौरान छात्र-छात्राओं के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए, जबकि विद्यालय के डायरेक्टर प्रशांत सिंह के द्वारा ऐसे शिक्षक जो सेवानिवृत्त प्राप्त कर चुके हैं और वर्तमान समय में अपने घर हैं, उन सभी शिक्षकों के महत्वपूर्ण योगदान को याद करते हुए शिक्षक दिवस के अवसर पर अंग वस्त्र मोमेंटो कलम आदि देकर सम्मानित किया गया, उस दौरान मौके पर चैनपुर थानाध्यक्ष संजय कुमार सहित विद्यालय के अन्य शिक्षक गण सहित स्थानीय गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।