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इससे जुड़ी जानकारी देते हुए चैनपुर थानाध्यक्ष संजय कुमार पासी के द्वारा बताया गया सूचना मिली थी कि ग्राम करजी के निवासी अंकित तिवारी शराब बेचने का कार्य करते हैं, पुलिस के द्वारा सूचना के सत्यापन के लिए जब छापेमारी की गई तो, पशुओं के लिए चारा रखने वाला कमरा जिसे अल्वेस्टर से छाए गया था, उस कमरे में पीले रंग की बोरी में छुपाकर भूसे में 2 पेटी ब्लू लाइम देसी शराब छुपाए गया था, जहां से बरामद करते हुए शराब की गिनती की गई जो कुल 90 पीस थे, उस दौरान अंकित तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि मौके पर से मोनू उपाध्याय भागने में कामयाब हो गए।
गिरफ्तार शराब कारोबारी के ऊपर प्रतिबंधित शराब की बिक्री के मामले में प्राथमिकी दर्ज करते हुए उन्हें भभुआ न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, वहीं इस मामले में गिरफ्तार किए गए कारोबारी के परिजनों के द्वारा बताया जा रहा है कि गिरफ्तार अंकित कुमार छात्र है जिसे एक साजिश के तहत फंसाया गया है, असली कारोबारी कोई और है जहां तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है।