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बताया जा रहा है कि नवादा के अमौनी के रहने वाले रामजन्म मांझी और उनकी पत्नी लक्ष्मीनिया देवी अपने बेटे की बारात लेकर गुरुवार की अहले सुबह करीब 3 बजे नालंदा के डुमरावां गांव देवशरण मांझी के घर पहुंचे, बारातियों का स्वागत लड़की पक्ष ने धूमधाम से किया, शादी की रस्म शुरू होने से पहले लड़की वाले दूल्हा देखकर चौंक गए, उनका कहना था कि दूल्हा बदल दिया गया है और फिर बात आगे बढ़ी और लड़की पक्ष वालों ने शादी से इनकार कर दिया और दूल्हा समेत 8 लोगों को बंधक बना लिया।
नकली दूल्हा बने नवादा के अमौनी निवासी उमेश मांझी के बेटे बबलू कुमार ने बताया कि उसे लक्ष्मीनिया देवी यह कहते हुए अपने साथ लेकर आई कि उसके चाचा के ननिहाल में कोई बीमार है, उसे देखने जाना है, सभी लोग सीधे शादी में शामिल होने के लिए डुमरावां पहुंच गए, जब उसे कोट-पैंट पहनाकर मंडप में बैठाया जाने लगा तो उसे जानकारी हुई कि उसकी यहां शादी की जा रही है, लड़के की बात सुन उसके घर वालों को फोन किया गया तो उसके परिजन भी शादी की बात से अनजान दिखे।
लक्ष्मीनिया देवी के पति रामजन्म मांझी ने बताया कि उसकी पत्नी ने बेटे ओजीर की शादी तय की है, इसकी जानकारी नहीं थी बुधवार का बताया गया कि एक शादी समारोह में चलना है यहां आने पर सारे मामले की जानकारी हुई लड़की के पिता देवशरण मांझी ने बताया कि लक्ष्मीनिया देवी ने कहा कि उनकी बेटे की नौकरी लगने वाली है उन्हें कुछ रुपए की जरूरत है, इस तरह से उन्होंने करीब 1 लाख 15 हजार रुपए लड़के की मां को दे दिए आज जब वे लोग शादी के लिए पहुंचे तो अपने बेटे की जगह गांव के ही एक युवक को लेकर दूल्हा बना ले आएं।
वही इस संबंध में दीपनगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार जायसवाल ने बताया कि लड़की एवं लड़के पक्ष को थाने पर लाया गया है, जो भी आवेदन प्राप्त होगा अग्रिम कार्रवाई की जाएगी, फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तहकीकात में जुटी हुई है, लड़की पक्ष का कहना है कि लड़के पक्ष वालों ने उन्हें धोखा दिया और अपने बेटे की जगह किसी और को लेकर पहुंच गए शादी में जो खर्च हुआ है और बेटे की नौकरी के नाम पर रुपए लिए हैं वह लड़का पक्ष लौटा दे।