Bihar: कैमूर जिले के अधौरा पहाड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम देवरी में राजकीय अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय निर्माणाधीन भवन में बरामद 10 वर्षीय बच्ची के लाश के मामले में पुलिस के अनुसंधान के बाद एक नया मोड़ आया है, पूर्व से हिरासत में लिए गए दोनों अभियुक्त निर्दोष साबित हुए हैं, जबकि पूरे मामले को एक व्यक्ति के द्वारा अंजाम दिया गया जिसे पुलिस ने न्यायिक हिरासत में ले लिया है।
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ज्ञात हो कि अधौरा थाना क्षेत्र के ग्राम देवरी में निर्माणाधीन आवासीय विद्यालय के कैंपस में एक 10 वर्षीय बच्ची का अर्धनग्न अवस्था में शव बरामद हुआ था, उस मामले में मृतक बच्ची की पहचान ग्राम देवरी के निवासी के रूप में की गई थी, मृतका के पिता के फर्द बयान के आधार पर प्राथमिकी अभियुक्त अब्दुल कुर्बान उर्फ सैफुद्दीन पिता स्वर्गीय अब्दुल शेदुल रहमान ग्राम मोड़वावादी एवं दूसरा मोहम्मद गुलाम मुर्शीद पिता मोहम्मद बदरुद्दीन शेख युसूफ ग्राम नवीनगर सरदार टोली दोनों थाना कालियाचक जिला मालदा पश्चिम बंगाल के निवासी, उनके ऊपर पुत्री के साथ दुष्कर्म करने के प्रयास के दौरान हत्या कर देने का आरोप लगाया गया था।
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इस मामले में पुलिस के द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए उक्त दोनों आरोपितों को तत्काल गिरफ्तार कर मामले में अनुसंधान प्रारंभ किया गया था, जिसके बाद पूरे मामला ने एक नया मोड़ ले लिया और गिरफ्तार दोनों युवक बेगूनाह मिले।
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इस घटना के सफल उद्भेदन से संबंधित जानकारी देते हुए कैमूर एसपी राकेश कुमार के द्वारा बुधवार प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया गया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इसके सफल उद्भेदन के लिए तत्काल कैमूर एसडीपीओ सुनीता कुमारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया जिसमें पुलिस इंस्पेक्टर अधौरा मनोज कुमार एवं सब इंस्पेक्टर अमोद कुमार सहित डीआईयू टीम के संतोष कुमार वर्मा को शामिल किया गया।
गठित टीम के द्वारा मामले में नए तरीके से वैज्ञानिक अनुसंधान प्रारंभ किया गया एवं घटना की तिथि 6 अक्टूबर 2021 की शाम 6:14 बजे के करीब का सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया गया, जिसमें राजकीय अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय देवरी में काम कर रहे मजदूरों को संदेह के आधार पर बारी-बारी से डेमो कर घटना के समय रीक्रिएशन कर संदेही मसीदुर आलम पिता रफीकुल शेख ग्राम पिपलतल्ला, थाना कालियाचक, जिला मालदा पश्चिम बंगाल को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ किया जाने लगा पूछताछ के क्रम में जब पुलिस के द्वारा कड़ा रुख अख्तियार किया गया तो उक्त युवक के द्वारा अपना अपराध स्वीकार किया गया एवं पूरी बात बताई गई।
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जिसमें युवक के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक मृतका नाबालिक को सरिया देने का प्रलोभन देकर निर्माणाधीन आवासीय विद्यालय देवरी के नए भवन के सबसे ऊपर तबले पर ले जाकर सर्वप्रथम तो उसे अपने मोबाइल में अश्लील वीडियो दिखा कर गलत हरकत करने लगा, जिसका मृतका के द्वारा प्रतिरोध किया जाने लगा तो युवक के द्वारा उसके नाक मुंह को दबाकर गर्म सरिया से पीटा जाने लगा, फिर भी जब मृतिका को डराने में कामयाब नहीं हुआ, और मृतका के द्वारा अपने परिजनों की को सारी बात कहने की बात कही गई तो उसने सीमेंटेड ईट के टुकड़े से नाबालिक के ऊपर चलाते हुए गंभीर रूप से जख्मी करके हत्या कर दी गई।
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इस घटना में प्रयुक्त लोहे का छड़ एवं लाइटर सीमेंटेड ईट के टुकड़े को निशानदेही पर बरामद कर जब्त कर लिया गया है एवं संदेही मसीदुर आलम पिता रफीकुल को गिरफ्तार किया गया कर लिया गया है, कैमूर एसपी के द्वारा आगे जानकारी देते हुए बताया गया कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला टीम के द्वारा घटनास्थल से खून लगा सीमेंटेड ईट के टुकड़े को तथा मृतका के अंततः वस्त्र एवं टी-शर्ट को जब्त कर विधिवत जांच के लिए विधि प्रयोगशाला पटना भेजा गया है, इस घटना के सफल आयोजन के लिए डॉग स्क्वायड, विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम तकनीकी/वैज्ञानिक अनुसंधान का भी सहारा लिया गया है।