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दरअसल बायसी बाजार स्थित में ताज मेडिकल दवा दुकान में छापेमारी कर टोके गेको प्रजाति की दुर्लभ छिपकली की बरामदगी हुई है, साथ ही कोडिन युक्त कफ सिरफ के कारोबार का भी पुलिस ने भंडाफोड किया है, पुलिस ने छापेमारी कर छिपकली के साथ पश्चिम बंगाल के रहने वाले शेख गरीबुल और मोहन लाल सरकार को गिरफ्तार किया गया है बरामदी छिपकली का इस्तेमाल कई दवाइयों में होता है, यह खासकर पश्चिम बंगाल और केरल के घने जंगलों में पाई जाती हैं, छिपकली को नेपाल के रास्ते विदेश पहुंचाने की फिराक में थे हालांकि पुलिस ने नेपाल जाने से पहले ही इन्हें दबोच लिया।
इन छिपकलियों की स्मगलिंग सबसे ज्यादा दवाइयां बनाने के लिए होती है, ऐसा माना जाता है कि इन छिपकलियों के अंगों से बनी दवाइयां किडनी और फेफड़ों को मजबूत बनाती हैं, चीन में इन छिपकलियों से मेडीसीनल लीकर बनाई जाती है, जिसे लोग चाव से पीते हैं, साथ ही इनसे बने तेल को लोग त्वचा पर भी लगाते हैं, यह सब के लिए एशिया में भारत, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश जैसे देशों में पाई जाती है इसके अलावा फिलीपींस, इंडोनेशिया में भी मिलती है इस दौर की छिपकली आमतौर पर 35 सेंटीमीटर लंबी और सिलेंडर के आकार की होती है इसके शरीर पर निचला हिस्सा सपाट होता है, ज्यादातर छिपकलियों की बाहरी त्वचा ग्रे कलर की होती है, जिस पर लाल धब्बे होते हैं हालांकि यह वातावरण के हिसाब से अपना रंग बदल सकती है।
पुलिस ने दवा दुकान में प्रतिबंधित वन्य जंतु तस्करी से लेकर कोडिन युक्त कफ सिरफ का कारोबार चल रहा था, बायसी डीएसपी आदित्य कुमार ने बताया कि दवा दुकान में छिपकली खोजने के दौरान कार्टून में पैक को खोला गया तो 600 बोतल प्रतिबंधित को नियुक्त कफ सिरप भी बरामद की गई, जिसके बाद मोहम्मद जफ्फर, मोहम्मद अरसद आलम और मोहम्मद दिलनवाज को गिरफ्तार किया गया है।