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उसके तीन पुत्रों में मृतक पंकज मंझला था। पिता-पुत्र दोनों कैब चलाते थे। अभी मृतक पंकज की शादी नहीं हुई थी।
खानपुर के हसनपुर फत्तेपुर स्थित उसके घर में बीमार दादा बालेश्वर सहनी तथा विधवा चाची व उसके बच्चे मौजूद रहे। मृतक करीब एक वर्ष पूर्व अपने चाचा के श्राद्ध कर्म में घर आया था। दादा ने बताया कि 4:30 बजे उससे अंतिम बार बात हुई थी। उसके बाद फोन करने पर फ़ोन स्वीच आफ आने लगा। रात भर स्वजन उसे खोजते रहे। मंगलवार की सुबह उसके मृत होने की जानकारी मिली।


