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जिसके खिलाफ में लैब टेक्नीशियन ने सदर अस्पताल के सभी जांच घरों में ताला जड़ दिया और जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी लैब टेक्नीशियन सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वही नोडल पदाधिकारी डॉ नीलम कुमारी के समझाने पर लैब को पुन चालू किया गया। संघ के जिलाध्यक्ष नरेश प्रसाद ने कहा की कोरोना के समय में हम लोग सभी लैब टेक्नीशियन जान को जोखिम में डालकर मरीजों की सेवा किया और आज सरकार हम लोगों को सेवा से मुक्त कर दिया है। जिसके कारण हमलोग सड़क पर आ गए हैं।
उन्होंने सरकार से मांग की है कि हम लोगों की सेवा का विस्तार किया जाए नहीं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। बता दे की मुकेश कुमार, पूजा कुमारी, मोहम्मद जसीमुद्दीन , प्रेमचंद शर्मा आदि 17 लोगों के द्वारा कहा गया कि कॉविड-19 के दौरान कॉविड जनित रोगों की रोकथाम को लेकर पैथोलॉजिकल जांच सेवा को जिले में बेहतर बनाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की ओर से नवादा सदर अस्पताल में 17 लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति संविदा के आधार पर की गई थी। शर्तों के मुताबिक प्रत्येक 3 महीने पर संविदा का विस्तार किए जाने का प्रावधान था। लेकिन इस बार सेवा का विस्तार नहीं किया गया और सभी को सेवा से मुक्त कर दिया गया है। और इसी को लेकर हम लोग आंदोलन कर रहे हैं। इन लोगों ने कहा कि एक तरफ सरकार नौकरी देने की बात करती है तो दूसरी तरफ लोग की नौकरी छीनी जा रही है। ऐसी निकम्मी सरकार को चलने नहीं देंगे।