BIHAR: मुजफ्फरपुर जिले के सरैया प्रखंड कार्यालय में एक और चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है। आरटीपीएस (RTPS) सेवा के जरिए आवासीय प्रमाणपत्र के लिए किए गए एक ऑनलाइन आवेदन में जानबूझकर मुख्यमंत्री की तस्वीर का गलत इस्तेमाल किया गया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

जानकारी के अनुसार, सरैया अंचल में तैनात राजस्व अधिकारी अभिषेक सिंह ने प्रमाणपत्र निर्गत करने की प्रक्रिया के दौरान यह गड़बड़ी पकड़ी। 29 जुलाई 2025 को जमा हुए इस ऑनलाइन आवेदन (आवेदन संख्या BRCCO/2025/16940816) में आवेदक का नाम नीतीश कुमारी, पिता का नाम लखन पासवान तथा माता का नाम लकिया देवी दर्ज था। आवेदक ने अपना पता नगर पंचायत, सरैया, मुजफ्फरपुर बताया था। लेकिन जांच में पाया गया कि आवेदन में संलग्न फोटो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की थी, जिसे स्पष्ट रूप से जानबूझकर लगाया गया था।
राजस्व अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि यह कार्य न केवल सरकारी अधिकारियों को भ्रमित करने के उद्देश्य से किया गया, बल्कि मुख्यमंत्री की छवि को धूमिल करने का भी एक सुनियोजित प्रयास है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, राजस्व अधिकारी ने तुरंत इसकी लिखित शिकायत सरैया थाना में दर्ज कराई।
थाना प्रभारी सुभाष मुखिया ने बताया कि शिकायत के आधार पर कांड संख्या 387/25, दिनांक 29.07.2025 दर्ज की गई है। अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 229, 233 और 356(1) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की जांच की जिम्मेदारी एसआई अनिल कुमार को सौंपी गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच में यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि यह आवेदन किसने और कहां से किया। साइबर सेल की मदद से ऑनलाइन आवेदन से जुड़े डिजिटल ट्रेल को खंगाला जा रहा है, ताकि आरोपी तक पहुंचा जा सके। पुलिस का कहना है कि यह मामला न केवल साइबर अपराध की श्रेणी में आता है बल्कि इसमें राजनीतिक उद्देश्य की भी आशंका है।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि सरकारी योजनाओं और प्रमाणपत्र सेवाओं का दुरुपयोग करने की कोशिश न करें, अन्यथा सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।