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गुरुवार की देर शाम बिहार के उपमुख्यमंत्री स्थानीय विधायक विद्यासागर केसरी के आवास पहुंचे जहां पत्रकारों के सवाल पर वह काफी आक्रमक नजर आए, उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून से बिहार की जहां दशा सुधरी है वहीं महिलाएं इस कानून को लेकर काफी खुश है, कानून से बिहार में हिंसा कम हुई है और अनेक फायदे हुए हैं, लेकिन यह विपक्ष को नहीं नजर आता विपक्षी नेता और राजद इससे तमाशा बनाने में लगे हुए हैं जबकि कानून को उन्हीं के समर्थन में बिहार में लाया गया था।
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उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून सख्ती से लागू होना चाहिए इससे समाज के लोगों को भी आगे आकर सहयोग करने की जरूरत है इस दौरान कृषि कानून को लेकर केंद्र सरकार के वापस लिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कानून किसानों के हित में था जिससे कई प्रदेशों ने स्वीकार भी किया और कई किसानों ने इसे सहमति भी प्रदान की, हालांकि कुछ प्रदेश के किसानों को समझाने में सरकार विफल रही जिसके कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून को वापस लेने की घोषणा की है।
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उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 15 वर्षों से बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में काफी विकास हुआ है और पिछले 1 वर्ष से उन्हें भी इस विकास में मौका मिला है जिससे सीमांचल के लोगों को इनसे काफी अपेक्षा है पूर्णिया में विश्वविद्यालय स्थापना में वह सफल रहे और पूर्णिया सहित किशनगंज में कृषि महाविद्यालय प्रारंभ हुआ है उनका प्रयास है कि बिहार के उद्यमी आगे आए उन्हें सरकार का पूरा सहयोग मिलेगा वही सीमांचल के इस क्षेत्र के लोग बाढ़ से पीड़ित है जिसका निराकरण करने में सरकार लगी हुई है।