Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

हत्याकांड की जानकारी देते हुए एसपी विनय तिवारी ने बताया कि दोनों ने करीब 20-25 दिन पूर्व फरवरी के माह की शुरुआत में मुख्य के हत्या की साजिश रची थी जिसके बाद दोनों एक कुख्यात अपराधी से मिले और कॉन्ट्रैक्ट किलर को जिले के बाहर से मंगवा कर 6 लाख रुपए में कॉन्ट्रैक्ट किलर हायर किया था घटना को अंजाम देने के लिए रूपरेखा तैयार की जाने के बाद लालबाबू सिंह ने 12 फरवरी को पूर्व विधायक रामबालक सिंह और 15 फरवरी को जिले के बाहर दूसरे राज्य में निकल गए ताकि किसी को शक ना हो।
चार अपराधी बाइक से 16 फरवरी को संध्या गांव पहुंचे थे चारों पूर्व विधायक के घर ठहरे हुए थे जहां उनके खाने-पीने आदि व्यवस्था की गई थी, जहां से चारों अपराधियों ने दो दिनों तक घटना को अंजाम देने की प्लानिंग की गई और 18 19 फरवरी को घटना को अंजाम देने का असफल प्रयास किया गया लेकिन बीते 20 फरवरी को अपराधियों के द्वारा पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह और उनके सहयोगी सत्य नारायण सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी घटना के बाद एसपी ने 4 टीमें बनाई जो अलग-अलग बिंदुओं पर जांच कर रही थी रोसड़ा एसडीपीओ के नेतृत्व में घटना की जांच शुरू हुई घटना के बाद पुलिस ने कई प्रकार की आशंकाओं का पता चला जिसमें पूर्व की राजनीति रंजिश, शराब कारोबार, सेक्स वीडियो आदि शामिल थे, प्रथम सप्ताह में पुलिस टीम को यह पता चला कि पूर्व मुखिया द्वारा शराब का अवैध कारोबार किया जा रहा था।
घटना, घटनास्थल, उसके आसपास जहां भी कैमरे मिले, उन सभी कैमरों को देखा गया एक सप्ताह बीत जाने के बाद पूर्व विधायक रामबालक सिंह के सेक्स स्केंडल वीडियो पर अनुसंधान चालू हुआ, धीरे-धीरे बातें स्पष्ट हो गई तब पुलिस ने पूर्व विधायक के कर्मचारी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो उसने बताया कि दो बाइक पर सवार होकर चार अज्ञात व्यक्ति पहुंचे थे, सीसीटीवी, टेक्निकल अनुसंधान और दिल्ली से गिरफ्तार लालबाबू सिंह से पूछताछ के बाद सारी घटनाक्रम पूरी तरह स्पष्ट हो गई कि घटना का कारण सेक्स स्केंडल वीडियो हीं है।
क्षेत्र का पूरा सीसीटीवी देखने पर पता चला कि शूटर अपराधियों की संख्या 4 थी, चार शूटरों की भी पहचान कर ली गई है, शेष अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विगत 3 दिनों अलग-अलग तीन राज्यों क्रमश: पश्चिम बंगाल, झारखंड और दिल्ली में पुलिस छापेमारी की है, एसपी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि घटना का कारण पूर्व विधायक रामबालक सिंह का एक लड़की के साथ आपत्तिजनक वीडियो पूर्व मुखिया सुरेन्द्र प्रसाद सिंह के मोबाइल में था और वे घूम-घूमकर लोगों को दिखा रहे थे, निकट भविष्य में पंचायत चुनाव होने वाले थे इससे पूर्व विधायक की छवि धूमिल हो रही थी इसका बदला लेने के प्रयास में घटना हुई है।