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प्रारंभिक जांच में एक दर्जन अधिकारियों, कर्मचारियों एवं बिचौलिए की संलिप्तता सामने आई है, पुलिस आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई की तकनीकी कोषांग से भी जांच में मदद ले रही है, दरअसल पहली सितंबर को शहर के जंगी सिंह लाज में अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी की गई थी इस दौरान यहां संचालित समानांतर अंचल कार्यालय में कथित बिचौलिया अशोक यादव पकड़ा गया था साथ ही लैपटाप, प्रिंटर, मोबाइल के अलावा कई राजस्व रसीद, जमीन के दस्तावेज, दो डायरी एवं अन्य संदिग्ध कागजात बरामद किए गए थे।
पहली डायरी का पन्ना लेनदेन के विवरण से भरा है जबकि दूसरी डायरी में अभी श्री गणेश ही होने की बात कही जा रही है, लेनदेन वाली डायरी में अधिकारियों, कर्मचारियों एवं भू माफिया के अलावा शहर के कई बड़े लोगों का भी नाम दर्ज है वही बिचौलिया अशोक यादव के पास से बरामद मोबाइल में व्हाट्सएप चैटिंग के साथ-साथ काल रिकार्डिंग एक दर्जन अधिकारियों व राजस्व कर्मचारियों के गले की फांस बनने वाली है, कहा जा रहा है कि जिन अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलेंगे उन्हीं के ऊपर पुलिस का शिकंजा कसेगा यही वजह है कि पुलिस पहले डायरी के पन्नों की और मोबाइल चैटिंग के अलावा तकनीक सबूत जुटाना पर भी जोर दे रही है।































