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इस संबंध में जानकारी देते हुए शेखपुरा एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि झारखंड के बोकारो निवासी मनोज यादव की पुत्री दिव्या की शादी 2020 में प्रेम प्रसंग को लेकर खीरी पोखर निवासी डॉ नवल यादव के पुत्र आशीष कुमार के साथ हुई थी, हालांकि पहले आशीष कुमार के छोटे भाई अश्वनी कुमार से दिव्या का प्रेम संबंध था इसके बाद आशीष के साथ प्रेम संबंध हुआ।
नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ स्थित मनीराम अखाड़ा में प्रेम विवाह भी किया, प्रेम विवाह किए जाने से डॉक्टर नवल यादव नाराज थे, इस वजह से आशीष कुमार धनबाद में साइबर कैफे खोल कर अपना जीवन यापन कर रहा था 2 वर्ष की एक पुत्री और 4 वर्ष का एक पुत्र का जन्म हुआ शादी के बाद दिव्या का फिर से संपर्क उसके छोटे भाई अश्विनी कुमार से हो गया, आशीष के छोटे भाई अश्वनी से संबंध की जानकारी आशीष को हो गई इस बीच डॉ नवल कुमार अपने बेटे और बहू को लेकर पंचायत में सुलह करा कर अपने गांव ले आए और अपने बेटे का पक्ष लेते हुए, बहू की हत्या की साजिश रच डाली।
हत्या के दिन 3 अक्टूबर को बेहोशी का दवा देकर दिव्या और उसके पुत्र को एंबुलेंस चालक सुधीर चौधरी के सहयोग से मुंगेर में जिंदा गंगा नदी बहा दिया गया, इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम देने के बाद यह बात फैला दी गई कि दिव्या घर से भाग गई है इस मामले में 16 अक्टूबर को दिव्या के पिता ने बेटी के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस के अनुसंधान में घटना का उद्भेदन हुआ।