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इस प्रकार जिले के दो NDA विधायक निष्कासन की कार्रवाई की चपेट में आ गए हैं। साथ ही पीरपैंती से भाजपा विधायक ललन पासवान भी टिकट से वंचित हो चुके हैं। टिकट कटने के बाद से वे नेपथ्य में मौन हैं। रविवार को ही भाजपा ने कहलगांव विधानसभा क्षेत्र के चार मंडल अध्यक्षों और एक विधानसभा संयोजक पर भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। जिसमे सन्नी यादव, मंडल अध्यक्ष, कहलगांव (गोराडीह पश्चिम), श्रवण कुशवाहा, मंडल अध्यक्ष, कहलगांव (चटपटिया), उत्तम चौधरी, नगर मंडल अध्यक्ष, कहलगांव, मारुति नंदन (मारुति), ग्रामीण मंडल अध्यक्ष, कहलगांव एवं पवन चौधरी, विधानसभा संयोजक, कहलगांव का नाम शामिल हैं।
प्रदेश मुख्यालय से जारी पत्र में बताया गया है कि पवन यादव ने NDA के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरकर न केवल गठबंधन की मर्यादा का उल्लंघन किया है, बल्कि पार्टी की छवि को भी नुकसान पहुंचाया है। प्रदेश मुख्यालय प्रभारी आबित शमी (अरविन्द शर्मा) ने पत्र में लिखा है कि पवन यादव का यह कदम दल-विरोधी गतिविधि है एवं पार्टी अनुशासन के विरुद्ध जाता है। इसलिए उन्हें नियमों के तहत भाजपा से निष्कासित किया जाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार भाजपा इस चुनाव में अनुशासनहीनता पर “शून्य सहिष्णुता नीति” अपना रही है। संगठन ने साफ कहा है कि जो भी नेता या कार्यकर्ता गठबंधन के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे या उनका समर्थन करेंगे, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।



