Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
दरअसल चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर शिवहर के पूर्णिया प्रखंड के सोनौल सुल्तान हाईस्कूल में आयोजित प्रेसवार्ता में बात कर रहे थे इस दौरान उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और तीर छाप के बटन पर अब दम नहीं है नीतीश कुमार अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं उन पर उम्र हावी है और भी सामाजिक और राजनीतिक तौर पर हताश हो चुके हैं इसलिए इस तरह का बयान दे रहे हैं नीतीश कुमार की विश्वसनीयता प्रधानमंत्री बनने लायक नहीं है जदयू डूबता जहाज है।
तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरी देने के बाद ही पर चुनावी रणनीतिकार ने तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी यादव की कलम टूट गई है या स्याही सुख गई है, बीटेट-सीटेट पास लड़कों को डाकबंगला चौराहे पर दौड़ा कर पीटा गया, अगर दस लाख नौकरी देनी होती, तो इन बीटेट-सीटेट पास किए युवाओं को नौकरी दे दी होती झूठे वादे करना लोगों को बरगलाने और भ्रम में रखना इनके पुरानी आदत है।
बताते चलें कि जनसुराज्य पदयात्रा के तहत चंपारण के रास्ते शुक्रवार को प्रशांत किशोर पदयात्रियों के साथ शिवहर में यात्रा के दूसरे दिन पिपराही और पुरनहिया में विभिन्न कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सोनौल सुल्तान हाईस्कूल में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि अब तक 2 जिलों में भ्रमण में उन्होंने पाया कि 60% से अधिक युवा रोजगार कर गए हैं देश के अग्रणी राज्य में सीडी रेशियो का अनुपात 90% तक है जबकि बिहार में महज 40% है इसका मतलब है कि अगर बिहार में 100 रूपए जमा करते हैं तो उसमें से 40 रूपए बिहार के लोगों ने उनके तौर पर ले सकते हैं, बिहार में लोन लेने पर बैंकों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं बिहार ऐसा राज्य है, जहां होमलोन लेने के लिए रिश्वत देना पड़ रहा है।