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जानकारी के अनुसार केसरिया थाना क्षेत्र के भगवतिया में एनपीएस चिमनी का संचालन किया जाता है, जहां इन मजदूरों को ईट बनाने के लिए 9 अक्टूबर को लाया गया था मजदूरों को यहाँ लाने के बाद इनसे 4 दिन तक सफाई का काम लिया गया जो इन लोगों को मंजूर नहीं हुआ इसमें से 2 मजदूर को अचानक तबीयत खराब हो गई और उसने घर जाने के बाद कही लेकिन नियोजक के द्वारा इन्हें घर जाने नहीं दिया गया इतना ही नहीं जी संचालक द्वारा उनकी बकाया मजदूरी भी नहीं दी जा रही थी।
इसी बीच किसी ने इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष को दे दी जिसके आलोक में एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए श्रम अधीक्षक और स्थानीय पुलिस को कार्रवाई के लिए कहा और त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी मजदूरों को मुक्त करा लिया गया इन मजदूरों के साथ इनके छोटे-छोटे बच्चे भी हैं।
वही इस संबंध में श्रम अधीक्षक सत्यप्रकाश ने बताया कि मजदूरों का बकाया मजदूरी 38 हजार 792 रुपया नियोजक नितेश्वर कुमार मिश्रा के द्वारा ऑन द स्पॉट भुगतान किया गया है इसके बाद मुक्त कराया गया सभी मजदूरों को उनके घर भिजवाया जा रहा है साथ ही चिमनी संचालक द्वारा लेबर रिकॉर्ड पंजी, वेतन पंजी, अवकाश पंजी व लेबर लाइसेंस प्रस्तुत नहीं किया गया, इसके लिए मामले में चिमनी संचालक के विरुद्ध श्रम अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी जाएगी वहीं विभाग के द्वारा की गई कार्रवाई के बाद क्षेत्र कि चिमनी संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।