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दरअसल नरीरगिर चौक में चंपापुर जाने वाली सड़क किनारे आमोदेई निवासी मो. इरशाद का चिमनी ईंट-भट्ठा है, इसमें ईंट पकाने के लिए शुक्रवार को आग लगाई गई थी, उस दौरान वहां सैकड़ों लोग मौजूद इस दौरान वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे तभी चिमनी के ऊपर का हिस्सा ब्लास्ट कर गया, जिसमें वहां मौजूद दर्जनों लोग बुरी तरह से घायल हो गए आनन फानन में इलाज के लिए अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया इसमें एक चिमनी मालिक मो इरशाद की पहचान हो पाई है वहीं 6 की पहचान की जा रही है सभी मजदूर बाहर के बताए जा रहे हैं अभी घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने पहुंची और घटना से संबंधित जानकारी ली।
इस संबंध में पूर्वी चंपारण जिला सहायक खनन पदाधिकारी रागिनी कुमारी ने बताया कि घटना की सूचना मिली है, उक्त चिमनी से लिस्टेड और उसके द्वारा समय-समय पर राजस्व भी जमा किया जाता है ऐसी संभावना है कि कोयला की कीमत अधिक होने की वजह से चिमनी संचालक लकड़ी व टायर आदि को भी इंधन के रूप में इस्तेमाल किए होंगे जिसके कारण गैस बनने से दुर्घटना हुई होगी यह सब जांच करने का जिम्मा प्रदूषण विभाग का है घटनास्थल पहुंचने व जांच करने के बाद ही कुछ स्थिति स्पष्ट होगी।
वहीं पूर्वी चंपारण जिला अधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि घटना में कुल 7 लोगों की मौत हुई है सभी के शव बरामद किए गए हैं सभी शव को रात में ही बोर्ड का गठन कर पोस्टमार्टम कराने का आदेश सिविल सर्जन को दिया गया है घटना में कुछ और लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है घटना से अधिकारियों को रवाना किया गया इस मामले में खनन अधिकारी और प्रदूषण बोर्ड से रिपोर्ट मांगी गई है जो लोग जिम्मेदार होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।