Homeचैनपुरचित्रगुप्त सेवा सम्मान 2022 से चैनपुर के शिक्षक को किया गया अलंकृत

चित्रगुप्त सेवा सम्मान 2022 से चैनपुर के शिक्षक को किया गया अलंकृत

Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड में स्थित सिकंदरपुर उर्दू मध्य विद्यालय में कार्यरत शिक्षक मनोज कुमार श्रीवास्तव को चित्रगुप्त सेवा सम्मान 2022 से अलंकृत किया गया है यह सम्मान इन्हें शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए चित्रगुप्त सामाजिक संस्थान के द्वारा द्वारा दिया गया है, यह सम्मान उन्हें पूर्व कानून मंत्री भारत सरकार रविशंकर प्रसाद, पूर्व पथ निर्माण मंत्री बिहार सरकार नंदकिशोर यादव एवं पद्मश्री डॉ गोपाल प्रसाद सिन्हा के द्वारा संयुक्त रूप से शौल एवं स्मृति चिन्ह देते हुए किया गया है।

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मिली जानकारी के मुताबिक कायस्थ समाज के वंशज एवं पाप पुण्य का लेखा जोखा रखने वाले कलमजीवियों के आराध्य भगवान चित्रगुप्त के पूजा महोत्सव के पूर्व संध्या पर बुधवार को पटना में चित्रगुप्त सामाजिक संस्थान के तत्वधान में गिरिराज उत्सव पैलेस में गोष्ठी सम्मान समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न हुई थी, आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर किया था, जबकि मौके पर अन्य गणमान्य एवं सम्मानित लोगों के साथ-साथ अन्य पुर्व मंत्री भी मौजूद थे।

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लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री व विधायक नंदकिशोर यादव के द्वारा कहा गया कलम जाति और धर्म से परे है कलमजीवियो ने इस स्वतंत्रता को बनाए रखी है, वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के द्वारा संबोधित करते हुए कहा गया भगवान चित्रगुप्त जाति विशेष नहीं अपितु समस्त प्राणी जगत के देवता हैं अक्षरदाता हैं राष्ट्र के नवनिर्माण में कलमजीवियों की आम भूमिका रही है, सहित कई बातें कही गई।

उर्दू मध्य विद्यालय सिकंदरपुर में पदस्थापित शिक्षक मनोज कुमार श्रीवास्तव को शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान को लेकर सम्मानित किया गया, इसके साथ ही मनोज श्रीवास्तव के बड़े पुत्र निशांत दीपक को भी पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के द्वारा सम्मानित किया गया है, निशांत दीपक के द्वारा मुंशी प्रेमचंद की बनाई गई पेंटिंग लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है, निशांत दीपक यूपी के डीपीएस काशी में 12वीं के छात्र हैं, पिता पुत्र को मिले इस सम्मान के बाद एक तरफ जहां कायस्थ समाज के लोगों के बीच हर्ष का विषय बना हुआ है वहीं शिक्षकों में भी काफी हर्ष है शिक्षक को मिले सम्मान के बाद शिक्षकों के द्वारा कहा जा रहा है कि यह कैमूर के लिए गर्व की बात है।

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