Bihar: कैमूर जिले के रामगढ़ चकबंदी कार्यालय में गुरुवार को पटना से पहुंचे चकबंदी के संयुक्त निदेशक ने रिश्वत मांगने की वीडियो की जांच की इस दौरान संयुक्त निदेशक नवल किशोर को रामगढ़ चकबंदी कार्यालय का जायजा लेने के दौरान दफ्तर में कई गड़बड़ियां मिली, दरअसल रामगढ़ चकबंदी कार्यालय के एक कर्मी ने प्रखंड के डहरक गांव के एक युवक से जमीन के परमिशन देने के एवज में 2 हजार की मांग की थी उस दौरान युवक ने इसका वीडियो बना लिया जमीन रजिस्ट्री कराने के लिए वह युवक दस दिन तक परमिशन लेने के लिए चकबन्दी कार्यालय का चक्कर लगाता रहा तब युवक ने रिश्वत का वीडियो वायरल कर दिया और इसकी शिकायत विधायक सुधाकर सिंह से भी की।
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युवक की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विधायक ने इसकी शिकायत चकबंदी निदेशक कार्यालय पटना में की विधायक की शिकायत पर चकबंदी के संयुक्त निदेशक नवल किशोर रामगढ़ पहुंचे और उन्होंने युवक व चकबंदी कार्यालय के कर्मी के समक्ष जांच की, जांच रिपोर्ट बताने से अधिकारी परहेज बरत रहे हैं हालांकि निदेशक ने चकबंदी कार्यालय के जिस कर्मी को ऊपर आरोप लगा है उसके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है, जांच में संयुक्त निदेशक को दफ्तर में जमीन के परमिशन के लिए बनाई गयी पंजी गायब मिली, अधिकारी के मांगने पर कर्मियों ने परमिशन पंजी नहीं दिखाया, अन्य पंजियों का संधारण भी नियमाकुल नहीं पाया गया।
वहीं जांच की खबर मिलते ही लोग चकबंदी कार्यालय पहुंच गए लोगों ने चकबंदी के संयुक्त निदेशक से चकबंदी कार्यालय में व्यापक भ्रष्टाचार की शिकायत की जिसे अधिकारी ने गंभीरता से लिया और कर्मियों को कार्यशैली में सुधार लाने की नसीहत दी, कहा कि दोषी व लापरवाह कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, बताते चलें कि चकबंदी कार्यालय के कर्मी के द्वारा रिश्वत मांगने का वीडियो वायरल हुआ था इस मामले में शिकायत विधायक सुधाकर सिंह ने की थी शिकायत पर चकबंदी कार्यालय रामगढ़ का औचक निरीक्षण किया गया, परमिशन पंजी गायब मिली, कई पंजियों का संधारण ठीक से नही किया गया है, वायरल वीडियो की जांच की गई है, जिस कर्मी के ऊपर रिश्वत मांगने का आरोप लगा है उससे स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है, संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई की जाएगी आमजन के काम को 1 सप्ताह में निपटाने का निर्देश दिया गया है।