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पीड़िता का कहना है कि 28 फरवरी की सुबह वह अपने पिता और बहन के साथ गांव के शिव मंदिर से पूजा कर लौट रही थी इसी बीच गांव के ही बबलू मिश्रा, लक्ष्मण मिश्रा, अनूप मिश्रा और नन्हे मिश्रा, मृत्युंजय सिंह ने उसे जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया विरोध करने पर कपड़ा मुंह में ठूंस दिया और कहीं लेकर चले गए, रास्ते में ही नन्हे और लक्ष्मण मिश्रा उतर गए लेकिन तीनों लोगों ने उसे कहीं ले जाकर एक कमरे में रखा जहां उसके साथ रेप किया गया, उसके बाद 1 मार्च को उसे लेकर इंदौर के मुसाखेरी चले गए जहां राजकुमार नामक एक व्यक्ति ने दूसरे नाम से उसका आधार कार्ड बनाया यहां भी राजकुमार समेत अन्य तीनों ने उसके साथ रेप किया।
इसके बाद मंजू जाट नामक महिला को बुलाया गया मंजू ने अपने जेठ के बेटे के लिए 4 लाख से खरीद लिया और 4 मार्च को उसकी शादी देवा जाट से एक आश्रम में करा दी और उसे लेकर अपने साथ भोपाल चली गई जहां उसके साथ मारपीट और शारीरिक शोषण किया जाता था।
पीड़िता वहाँ हर लड़की को अपने पिता का नंबर देते थी और उन्हें उसके इस हाल की जानकारी दे देने को कहती बाद में किसी ने फोन कर उसके पिता को सारी जानकारी दी जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और एक टीम को भोपाल भेजा गया जहां उसे लोगों के चंगुल से छुड़ा लिया गया, पीड़िता ने बताया कि वह 1 माह की गर्भवती है उसने आरोपियों के लिए स्पीडी ट्रायल चलाकर फांसी की सजा देने की मांग की है ताकि अन्य के साथ इस तरह की कोई घटना ना हो, वही इस संबंध में कुचायकोट थानाध्यक्ष ने कहा कि पीड़िता को हमने बरामद किया है उसका मेडिकल कराया गया है उसके बयान के आधार पर जांच की जा रही है जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।