Homeगयागया पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय मूर्ति तस्कर गिरोह का किया खुलासा, 5 तस्कर...

गया पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय मूर्ति तस्कर गिरोह का किया खुलासा, 5 तस्कर गिरफ्तार

Bihar: गया जिले कि पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय मूर्ति तस्कर गिरोह का खुलासा किया है पुलिस ने सोमवार को मूर्ति तस्कर गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया, पकड़े गए तस्करों के पास से अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपए मूल्य की प्राचीन कालीन बुद्ध प्रतिमा और स्तूप बरामद किए गए हैं, बोधगया के मस्तपुरा गांव में छापेमारी कर पुलिस ने तस्करों को मूर्ति समेत गिरफ्तार किया है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

बरामद प्राचीन मूर्तियों के साथ गिरफ्तार तस्कर

सिटी एसपी राकेश कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी कि बोधगया के कुछ मूर्ति तस्कर प्राचीन काल की चोरी की गई मूर्ति की खरीद बिक्री के लिए जमा होने वाले हैं, सूचना के आधार पर पुलिस ने बोधगया के मस्तपूरा स्थित प्राचीन मूर्तियों के तस्कर घूंघर चौधरी के घर पर छापेमारी की, छापेमारी के दौरान पुलिस ने वहां से दो प्राचीन मूर्ति और चार स्तूप के साथ 5 को गिरफ्तार किया, गिरफ्तार मूर्ति तस्कर मूर्तियों की तस्करी के लिए पटना से बोधगया आए थे।

गिरफ्तार मूर्ति तस्करों के पास से भूमि स्पर्श मुद्रा में बैठे भगवान बुद्ध की चार मूर्तियां, पद्मासन में बैठे भगवान बुद्ध की एक मूर्ति, मथुरा शैली की भगवान बुद्ध के सिर की एक मूर्ति, चार मंदिरों के प्राचीन स्तूप, तीन मोबाइल फोन और एक कार बरामद की गई है, गिरफ्तार मूर्ति तस्करों में सिलाव थाना क्षेत्र के सीमा गांव निवासी मो. शमशाद, बोधगया थाना क्षेत्र के मस्तपुरा निवासी घूंघर चौधरी, पटना जिला के दानापुर उसरी निवासी अमित कुमार, कटिहार जिला के ड्राइवर टोला निवासी अरविन्द दास व नवादा जिला के बुंदेलखंड थानांतर्गत अफजलनगर पावनवाड़ा निवासी मो. सोनू शामिल है।

गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में पता चला कि जिला थाना क्षेत्र के सिलाव थाना क्षेत्र के सीमा मुहल्ले का इदरीश इससे पहले भी चार बार प्राचीन मूर्तियों की चोरी और डकैती केस में जेल जा चुका है, उसके मोबाइल से कई प्राचीन मूर्तियों की तस्वीर व डिटेल में पुलिस को मिले हैं पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह चोरी हुई मूर्तियों कारोबार करता है।

मूर्तियों को नेपाल के रास्ते अंतरराष्ट्रीय बाजार में भेजता है, इससे पहले वह वर्ष 2012 से 2019 के बीच फतेहपुर, कतरीसराय, राजगीर और दीपनगर थाना से मूर्ति तस्करी और डकैती के मामले में जेल जा चुका है, वही घूंघर चौधरी पिछले 8-10 साल से बोधगया में मूर्ति और पुराने सामान की दुकान चलाता है इस दौरान वाराणसी के एक मूर्ति तस्कर संपर्क में आया और मूर्ति की तस्करी शुरू कर दी, इससे पहले घूंघर चौधरी मुगलसराय, दिल्ली, दाउदनगर और गया में मूर्ति तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments