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इसकी सूचना स्थानीय पुलिस व समाजसेवी को दी गई जिसके बाद आनन-फानन पुलिस उक्त स्थल पहुंची और उसे अपने कब्जे में ले लिया, लोगों में इस बात की भी चर्चा हो रही है कही यह गुप्त जानकारी के लिए किसी पड़ोसी देश से तो नहीं छोड़ा गया वहीं कुछ लोग इसे मौसम विभाग का संयंत्र बता रहे हैं, ओपी अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि संयंत्र के संबंध में प्रशासनिक अधिकारी को जानकारी दी गई है यह मौसम संबंधी सूचना एकत्र करने वाला संयंत्र कोरिया निर्मित था।
इस विषय में मौसम विज्ञानी डॉ ए. सत्तार ने बताया कि उन्हाेंने गिरे हुए संंयंत्र की तस्वीर देखी है, इसे रेडियो सौंडी बोलते हैं, यह गुब्बारा के सहारे वायुमंडल में उड़ता रहता है, यह तापमान, आर्द्रता, हवा की गति, हवा का दबाव और दिशा का ज्ञान देता है जब संयंत्र का काम समाप्त हो जाता है तो वह अपने आप गिर जाता है और गिरा हुआ वह संयंत्र किसी काम का नहीं रह जाता।