Bihar: पूर्व मध्य रेल के पटना-मोकामा रेलखंड पर शुक्रवार दोपहर एक बड़ी घटना घटी। ट्रेन संख्या 18622 पाटलिपुत्र एक्सप्रेस (हटिया से पटना आने वाली ट्रेन) के बी-2 कोच के एक अटेंडेंट को कुछ लोगों ने शहरी हॉल्ट के पास ट्रेन की चेन पुलिंग कर जबरन उतार लिया। इस सनसनीखेज घटना के बाद रेलवे और जिला पुलिस हरकत में आ गई और महज 24 घंटे के भीतर हीं 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसकी जानकारी पटना रेल एसपी अमृतेन्दु शेखर ठाकुर ने बख्तियारपुर रेल थाना परिसर में प्रेस वार्ता कर दी।
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रेल पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह हमला सुनियोजित था। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि कुछ दिन पहले इसी कोच अटेंडेंट ने शराब तस्करी से जुड़ी अहम सूचना पुलिस को दी थी। उसी सूचना के आधार पर पुलिस ने तस्करों के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था। बदला लेने की नीयत से अपराधियों ने ट्रेन का सिग्नल लाल कर अवैध रूप से रोका और अटेंडेंट को उतार लिया।
घटना के बाद रेल पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल और जिला पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया। आसपास के क्षेत्रों में लगातार छापेमारी, तलाशी और सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई। करीब एक दर्जन से अधिक गाड़ियों के साथ पुलिस टीमों ने दबिश दी। दबाव बढ़ने पर अपराधियों ने आखिरकार कोच अटेंडेंट राकेश को छोड़ दिया।
इस दौरान अपराधियों ने राकेश के परिजनों से एक लाख रुपए फिरौती की मांग की थी। हालांकि, परिजनों ने 14 हजार रुपये (सुपरवाइजर से 9 हजार और मौसेरे भाई से 5 हजार) देने के बाद अटेंडेंट को छोड़ा। फिलहाल पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पूरे मामले की गहन जांच जारी है, रेल एसपी ने कहा कि रेलवे और जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से यह सफलता मिली है और शेष आरोपियों की तलाश जारी है।