Friday, April 25, 2025
Homeकैमूरकैमूर में तीन फर्जी शिक्षकों पर दर्ज कराई गई प्राथमिकी

कैमूर में तीन फर्जी शिक्षकों पर दर्ज कराई गई प्राथमिकी

Bihar: कैमूर जिले में शिक्षक बहाली के दौरान कितने पारदर्शी तरीके से शिक्षकों की नियुक्ति हुई है यह निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के द्वारा प्रमाण पत्रों की जांच में सामने आ रहा है, तीन शिक्षक फर्जी पाए गए हैं, इस फर्जीवाड़े में कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी जांच भी टीम के द्वारा की जाएगी, दरअसल चैनपुर एवं दुर्गावती थाने में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस निरीक्षक सह जांचकर्ता जहांगीर अंसारी के द्वारा तीन शिक्षकों के ऊपर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जिन शिक्षकों के ऊपर प्राथमिकी हुई है उनमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय मसोई खुर्द में पदस्थापित नागेंद्र कुमार, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बौरई में पदस्थापित अभय कुमार मिश्रा एवं दुर्गावती प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय सरियाव में पदस्थापित शिक्षिका फूल कुमारी का नाम शामिल है।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

NS News

वहीं प्राथमिकी दर्ज होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है, फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे शिक्षकों में अफरा तफरी मची हुई है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस निरीक्षक सह जाँचकर्ता जहांगीर अंसारी द्वारा चैनपुर थाने में दिए गए आवेदन में 2014 से शारीरिक शिक्षक के रूप में उत्क्रमित मध्य विद्यालय मसोई खुर्द में पदस्थापित नागेंद्र कुमार एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय बौरई में शारीरिक शिक्षक के रूप में पदस्थापित अभय कुमार मिश्रा के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई, आवेदन में उनके द्वारा दोनों शारीरिक शिक्षकों पर फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करने का आरोप लगाया गया है, आवेदन में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस निरीक्षक जहांगीर अंसारी ने बताया है की दोनों ही शारीरिक शिक्षकों के द्वारा नियोजन के समय उत्तर प्रदेश के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से सन् 2007 में शारीरिक शिक्षा प्रमाण पत्र की उपाधि प्रथम श्रेणी से प्राप्त होने से संबंधित प्रमाण पत्र जमा किया गया था, जब दोनों के सीपीएड के प्रमाण पत्रों की जांच की गई तो उनके प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए।

नागेंद्र कुमार पिता सीताराम पाल ग्राम पढ़ौती के द्वारा सीपीएड के अंक पत्र नामांकन संख्या एम121527813 रोल नंबर 015682141 वर्ष 2007 प्राप्तांक 1196 श्रेणी प्रथम एवं अभय कुमार मिश्रा पिता ओमकार नाथ मिश्रा ग्राम पढ़ौती के सीपीएड के अंक पत्र नामांकन संख्या एम241907803 रोल नंबर 0702437551 वर्ष 2007 प्राप्तांक 1186 श्रेणी प्रथम का सत्यापन चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ उत्तर प्रदेश के पत्रांक 175-V दिनांक 20 जनवरी 2025 के माध्यम से प्राप्त हुआ, जिसमें दोनों शिक्षकों के अंक पत्र एवं प्रमाण पत्र विश्वविद्यालय के द्वारा निर्गत नहीं पाया गया, विद्यालय अभिलेख पंजी में नागेंद्र कुमार एवं अभय कुमार मिश्रा का नाम दर्ज नहीं था एवं इनका प्रमाण पत्र विश्वविद्यालय द्वारा निर्गत नहीं है इस प्रकार जांच से अभय कुमार मिश्रा एवं नागेंद्र कुमार का अंक पत्र गलत पाया गया, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के द्वारा दिए गए आवेदन में बताया गया कि इस प्रकार नियोजित प्रखंड शिक्षक नागेंद्र कुमार एवं अभय कुमार मिश्रा के द्वारा अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिली भगत कर उक्त अंक पत्र की फर्जीवाड़ा कर फर्जी अंक पत्र को असली के रूप में प्रयोग कर धोखाधड़ी से आपराधिक षड्यंत्र के तहत अवैध रूप से नियोजन प्राप्त किया गया है जो एक संज्ञेय अपराध है।

इस अवैध नियोजन में अन्य अज्ञात व्यक्तियों की संलिप्तता के संबंध में अनुसंधान की आवश्यकता है, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के द्वारा दोनों शिक्षकों के साथ-साथ अन्य अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध धारा 420/ 467/ 468/ 471/ 120(बी) भा.द.वि. के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। कैमूर जिले में फर्जी शैक्षणिक एवं प्रशिक्षणिक प्रमाण पत्र के आधार पर कई शिक्षकों की बहाली हुई है जिनकी जांच प्रक्रियाधीन है, उच्च न्यायालय के निर्देश पर कई शिक्षकों ने त्यागपत्र दिया तो कई शिक्षक अभी भी विद्यालय में जमे हुए हैं, निगरानी के द्वारा शैक्षणिक एवं प्रशिक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच की जा रही है और इस जांच के दौरान चैनपुर में दो शारीरिक शिक्षकों का प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया, जिनके विरुद्ध चैनपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई साथ ही दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र के खामिदौरा पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सरियाव में वर्ष 2006 में पंचायत शिक्षिका के रूप में नियुक्त शिक्षिका फूल कुमारी पिता लालू प्रसाद बिंद ग्राम सरियाव पर भी फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर हुई नियुक्ति मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई, निगरानी के द्वारा दिए गए आवेदन में बताया गया कि पंचायत शिक्षिका फूल कुमारी ने वर्ष 2006 में शिक्षक नियोजन हेतु पंचायत शिक्षक नियोजन इकाई ग्राम पंचायत खमीदौरा प्रखंड दुर्गावती में आवेदन दिया था।

इसके बाद इनका नियोजन पंचायत शिक्षिका के रूप में हुआ, नियोजित पंचायत शिक्षिका फूल कुमारी के इंटरमीडिएट के अनुक्रमांक संख्या 2192011 वर्ष 2006 प्राप्तांक 333 श्रेणी प्रथम को माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी उत्तर प्रदेश को सत्यापन हेतु भेजा गया था, सत्यापन के लिए भेजे गए पंचायत शिक्षिका श्रीमती फुला कुमारी के इंटरमीडिएट के प्रमाण पत्र का सत्यापन प्रतिवेदन माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी उत्तर प्रदेश के पत्रांक 1498 दिनांक 30.11.2023 के माध्यम से प्राप्त हुआ, जिसमें उल्लेख किया गया है कि उक्त अनुक्रमांक का परीक्षा फल रोका गया है, जिससे स्पष्ट है कि श्रीमती फुला कुमारी का उक्त प्रमाण पत्र माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी उत्तर प्रदेश द्वारा निर्गत नहीं है, इस प्रकार जांच से श्रीमती फुल कुमारी का अंक पत्र गलत पाया गया, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा शिक्षिका श्रीमती फुल कुमारी के साथ-साथ अन्य अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

 

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments