Bihar: रोहतास जिले के कैमूर पहाड़ी इलाके में नोहटा प्रखंड मुख्यालय के पास रविवार को एक पेड़ पर अद्भुत पंछी का चूजा लोगों के द्वारा देखा गया, बात इतनी तेजी से फैली की उस चूजों को देखने के लिए स्थानीय लोगों की काफी संख्या में भीड़ जुट गई, वही भीड़ में मौजूद कुछ लोगों के द्वारा उक्त पंछी को जटायु बताया गया, फिर क्या था सभी लोगों के द्वारा भक्तिभाव से उसकी पूजा की जाने लगी तभी किसी के द्वारा इसकी सूचना वन विभाग को दे दी गई।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

इसकी सूचना प्राप्त होते ही तत्काल वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उक्त पंछी के चूजे को अपने कब्जे में ले लिया और अपने साथ ले जाने लगी जिस पर ग्रामीणों के द्वारा इसका विरोध किया जाने लगा, और चूजा ले जाने से वन विभाग को ग्रामीण रोकने लगे इसके बाद वन विभाग के कर्मी ग्रामीणों को काफी समझा बुझाकर पंछी को अपने साथ ले गए।
- कैसे ज्योतिष शास्त्र से होती है सटीक भविष्यवाणी क्या है लाल किताब
- अब घर बैठे प्राप्त करें बाबा हरसू ब्रह्म की असीम कृपा आपके घर पहुंचेगा प्रसाद
इससे संबंधित जानकारी देते हुए डीएफओ प्रदुमन गौरव ने बताया कि वन विभाग के टीम द्वारा रविवार को नोहट्टा से एक पंछी को अपने कब्जे में लिया गया है, जांच कराने के दौरान पंछी की प्रजाति बोर माउल पंछी के चूजा के रूप में हुई है।
वन विभाग के मुताबिक बोर माउल पंछी कैमूर पहाड़ी पर पाया जाता है, वह पंछी किसान मित्र पंछी है खेतों में चूहा एवं कीड़ों को खा जाता है।
- PK का बड़ा बयान कहा, यह तय है किसी भी परिस्थिति में नीतीश कुमार सीएम नहीं रहेंगे
- PM नरेंद्र मोदी फिर आएंगे बिहार, करेंगे कई योजनाओ का शिलान्यास एवं उदघाटन
इससे किसान की फसल बर्बाद होने से बचती हैं यह पंछी घोंसले में नहीं पेड़ के कोटर में चूजों को जन्म देती है, किसी ग्रामीण के द्वारा पेड़ के कोटर से इनके चूजों को निकाला गया था इसके बाद लोगों को इसकी सूचना मिली और देखने के लिए भीड़ जुट गई, और लोगों को गलतफहमी हो गई कि यह जटायु पक्षी है वन विभाग के कर्मियों को कोटर में चूजों को रखने के लिए निर्देशित किया गया है।