Bihar: कैमूर जिले के चयनित किसानों को प्राकृतिक खेती और मृदा स्वास्थ्य के विषय पर भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान भोपाल में तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है, किसानों का चयन कैमूर जिले के सभी 11 प्रखंडों से किया गया है, जिसमें सभी प्रखंडों से 31 किसानों को चयनित किया गया जबकि भगवानपुर और रामपुर से 2-2 किसानों को प्रशिक्षण के लिए चयनित किया गया है, इस प्रशिक्षण में चयनित किसानों को जीरो बजट पर खेती के गुर सिखाए जा रहे हैं।
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इसकी विधिवत जानकारी देते हुए चैनपुर प्रखंड तकनीकी प्रबंधक संदीप कुमार मौर्य के द्वारा बताया गया कैमूर जिले के सभी प्रखंडों से कुल 31 लोग चयनित हुए हैं जिनमें 2 टीम लीडर है, कुल 33 लोग प्रशिक्षण के लिए भोपाल पहुंचे हैं, प्रशिक्षण कार्यक्रम 29 अगस्त से प्रारंभ है ,जो 31 अगस्त तक निर्धारित था।
उक्त प्रशिक्षण जीरो बजट खेती के गुर सीखने को लेकर है जिसमें जीवा अमृत, धन अमृत, ब्रह्मास्त्र, अग्नियास्त्र, ब्रिजा अमृत आदि के गुर सिखाए गए हैं, खेतों में उपयोग के लिए प्रकृति द्वारा उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए किस तरह से खाद का निर्माण किया जाना है और कैसे उपयोग किया जाना है जिसके विषय में विस्तार से बताया गया है।
उक्त प्रशिक्षण प्रोफेसर डॉक्टर ए पी सिंह, डॉक्टर भरत प्रकाश मीणा, डॉ डीके ठाकुर सहित कुल 8 प्रोफेसरों के द्वारा दिया जा रहा है, प्रशिक्षण उपरांत किसान अपने अपने खेतों में जीरो बजट पर खेती का कार्य प्रारंभ करेंगे, खेती बिल्कुल प्राकृतिक तरीके से की जाएगी जिसमें उगाए गए अनाज हानिकारक रसायन मुक्त होगा।