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तीनों के डेड बॉडी का अंतिम संस्कार किए जाने के बाद परिजन जब मुजफ्फरपुर लौटे तो अवस्थानीय लोगों में पुलिस प्रशासन को लेकर काफी आक्रोश देखा गया। स्थानीय लोग अचानक रविवार को सैकड़ो की संख्या में जिसमें महिलाएं युवाओं के साथ-साथ बड़े बुजुर्ग भी शामिल थे सभी ने मृतक तीनो बेटियों की आत्मा के शांति के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया मौन रखा गया और उसके साथ-साथ शहर के विभिन्न चौक चौराहा से होकर नगर थाना के सामने से निकाला गया कैंडल मार्च और मुजफ्फरपुर पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे के साथ-साथ लोग गुस्से में पुलिस चोर है के भी नारा लगा रहे थे।
वही उग्र लोगों में शामिल नाई महासभा ने यह ऐलान कर दिया कि अगर मुजफ्फरपुर पुलिस प्रशासन ठीक ढंग से जांच पड़ताल नहीं करती है तो आगामी 11 जून को मुजफ्फरपुर में चक्का जाम रहेगा ऐसे में या कहा जा सकता है कि तीनों सहेलियों की मर्डर मिस्ट्री पुलिस के लिए अब चुनौती बन गई है। क्योंकि अब शहर वासी लगातार चरणबद्ध आंदोलन करने के मूड में है। पुलिस के माने तो तीनों की मौत सुसाइड है कई नोट भी बरामद हुए थे लेकिन परिवार वालों का आरोप है कि किसी के द्वारा यह घटना कराई गई है। क्योंकि तीनों बच्चियाँ अभी नाबालिक थी।