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दरअसल केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर चौधरी गुरुवार को नशा मुक्त अभियान के तहत गया पहुंचे थे उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश को नशा मुक्त करना जरूरी है तभी नई पीढ़ी आगे बढ़ सकेगी ने उदाहरण देते हुए कहा कि उनका पुत्र भी नशा करता था जिस कारण उसका लीवर खबर खराब हो गया और उसकी मौत हो गई।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा समाज काफी पिछड़ा हुआ है यदि हमारा समाज शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा तो नशा मुक्त होगा तभी विकसित होगा उन्होंने लोगों को आवाहन करते हुए कहा कि अपने बच्चों के भविष्य के लिए स्वयं नशा ना करें और बच्चों को भी नशा होने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक करें तभी देश आगे बढ़ेगा और हमारी पीढ़ी नशा मुक्त होगी, नशा और समाज को खोखला कर देता है यही वजह है कि हम देश की आजादी में संघर्ष कर रहे हैं शहीद होने वाले क्रांतिकारियों के बलिदान की याद में नशा मुक्त भारत अभियान चला रहे ताकि देश से नशा दूर हो जाए और युवा नशा से दूर रहें।
1977 से लेकर 80 तक मोरारजी की सरकार में पूरे देश में शराबबंदी रही बावजूद इसके लोग शराब के आदी हो गए गुजरात में 1960 में शराबबंद है बावजूद शराब पीकर लोग मर रहे हैं नशा के कस्टमर नहीं रहेंगे तो नशे की दुकान नहीं होगी क्योंकि जहर के कस्टमर नहीं होते हैं इसलिए दुनिया में इसकी कहीं कोई दुकान नहीं होती है।