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उन्होंने कहा कि योजना का जो शिलापट्ट लगाया गया है उस पर उनका और उप मुख्य पार्षद का भी नाम है, जबकि दोनों में से किसी को इस कार्य के बारे में जानकारी नहीं है। उप मुख्य पार्षद रेखा सिंह के पति व प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा कि चूंकि उन्हें और वार्ड पार्षद को अंधेरे में रखकर सारा काम किया जा रहा है, शायद यही कारण है कि शिलापट्ट पर उन लोगों का नाम तक गलत लिखा गया है। उप मुख्य पार्षद का नाम रेखा सिंह है, जबकि शिलापट्ट पर रेखा देवी लिखा गया है। इसी तरह वार्ड पार्षद महिला हैं, जबकि उनके नाम के आगे श्रीमती की जगह श्री लगाया गया है।
नगर पंचायत प्रतिनिधियों तथा वार्ड के निवासी धनंजय पांडेय व अन्य लोगों के द्वारा बताया गया कि योजना से संबंधित शिलापट्ट में योजना संख्या 4/ 2023-24 व प्राक्कलित राशि 98 हजार 800 रुपए होने की जानकारी दी गई है। योजना के बारे में लिखा गया है कि वार्ड 12 में धनंजय पांडेय के मकान से बबलू सेठ के मकान तक नाली एवं पेवर ब्लॉक सड़क निर्माण कार्य। जबकि वहां ग्राम पंचायत के समय की ही नाली बनी हुई है और उसके ऊपर पहले से ही सीमेंट कंक्रीट का स्लैब रखा हुआ है। नगर पंचायत की योजना के तहत नाली निर्माण का कोई भी नया काम नहीं हुआ है। पहले से ही बनी नाली के किनारे सिर्फ पेपर ब्लॉक लगाकर नई नाली के निर्माण का दावा किया जा रहा है। बार-बार काम रुकवाने पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई और मनमाने तरीके से निर्माण कर राशि का गबन किया जा रहा है।