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उस दौरान सभी शराब पी रहे थे। इसके बाद पुलिस टीम ने बिना समय गवाए उन सभी को धर दबोचा। पुलिस जवानों ने लालन की तलाशी ली तो उसके पास लोडेड पिस्तौल था। फिर पुलिस टीम वहां मौजूद चारों अपराधी ललन यादव, संजय यादव, सुनील दास और मनीष मंडल को अलग-अलग कर सख्ती से पूछताछ की तो संजय यादव ने ललन के घर में छिपा कर रखे गए हथियारों की जानकारी दी। फिर पुलिस ललन के घर की तलाशी लेते हुए संजय की निशानदेही पर कंट्रीमेड राइफल की मारक क्षमता वाला 1 मस्केट, 2 पिस्तौल और 21 कारतूस बरामद करने में सफल रही। चारों गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि वह नए साल की पार्टी के बाद लूट की घटना को अंजाम देने वाले थे पार्टी में दो अन्य सहयोगी के आने का इंतजार कर रहे थे।
पुलिस की पूछताछ में चारों ने अन्य दो सहयोगी के नाम की जानकारी पुलिस को दे दी है। पुलिस उन नामों का सत्यापन कर आगे की कार्रवाई करने की बात कही है। सिटी एसपी अमित रंजन ने पुलिस टीम की इस बड़ी उपलब्धि की जानकारी मीडिया को देते हुए मंगलवार की शाम कहा कि सभी गिरफ्तार अपराधी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। पुलिस टीम को उनकी योजना की भनक गुप्तचरों की सक्रियता से मिली तो बिना समय गंवाए एसएसपी आनंद कुमार ने सिटी डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित कर दी। टीम में सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी के अलावा नाथनगर इंस्पेक्टर राज रतन, दारोगा राजीव रंजन, राघ्ज्ञव कुमार सिंह, आनंद किशोर राय, सहायक अवर निरीक्षक रवि रंजन सिंह के अलावा सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे। गिरफ्तार अपराधियों में ललन के विरुद्ध लूट, आर्म्स एक्ट समेत अन्य आरोपों में आधा दर्जन से अधिक केस नाथनगर, मधुसूदनपुर, बाथ तथा जगदीशपुर थाने में दर्ज हैं। सिटी एसपी ने जिले के अन्य थानाध्यक्षों के अलावा नवगछिया और बांका जिले की पुलिस से भी गिरफ्तार अपराधियों से आपराधिक इतिहास उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।