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घटना के सम्बन्ध में मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को चौथा थर्मल पावर प्लांट के गेट पर बैठकर आवागमन का मार्ग अवरुद्ध कर रहे किसानों को प्रशासन की तरफ से पहुंचे एसडीएम-एसडीपीओ के द्वारा कार्य में व्यवधान डालने से मना किया गया, उनसे यह कहा गया कि यह हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना है, लोकतांत्रिक तरीके से किसान अपना धरना प्लांट के गेट से हटकर कहीं अन्य जगह दें, जिससे कि थर्मल पावर प्लांट के निर्माण में बाधा उत्पन्न ना हो, लेकिन मौके पर मौजूद कुछ उपद्रवियों ने हवाई फायरिंग और प्रशासन पर पथराव कर दिया, जवाबी कार्रवाई में दूसरे तरफ से भी पथराव और लाठी चार्ज हुआ, जिसके बाद मौके पर भगदड़ मच गई, इसी अफरातफरी का फायदा उठाकर किसी ने सड़क पर खड़ी एक बोलेरो वाहन में आग लगा दी, स्थिति जब नियंत्रण से बाहर होने लगी तो प्रशासन ने पीछे हटते हुए अतिरिक्त बल के साथ दोबारा थर्मल पावर प्लांट की गेट की तरफ कूच किया है, खबर लिखे जाने तक स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी।
मौके पर पहुंचे जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल के द्वारा बताया गया कि पटना हाई कोर्ट का स्पष्ट निर्देश आया है कि थर्मल पावर प्लांट के निर्माण में किसी प्रकार से कोई बाधा उत्पन्न ना की जाए, साथ ही आचार संहिता प्रभावी होने के बाद धारा-144 भी लगाई गई है, ऐसे में किसानों से लगातार यह वार्ता हो रही थी कि वह अपना धरना खत्म करें, इसी बीच बुधवार को जब प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे तो तकरीबन 5 राउंड हवाई फायरिंग कर दी गई और प्रशासन पर पथराव कर दिया गया, इस हमले में सदर एसडीपीओ धीरज कुमार समेत कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्होंने बताया कि फिलहाल स्थिति को नियंत्रण में लेने का प्रयास जारी है।