Bihar: कैमूर जिले के में कायस्थ समाज के लोगों द्वारा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर भगवान श्री चित्रगुप्त एवं कलम दवात की पूजा की गई।
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पंचांग के अनुसार इस वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 2 नवंबर शनिवार की रात 8:28 से शुरू हुई थी जो 3 नवंबर रविवार की रात 10:05 मिनट तक रही, मान्यताओं के अनुसार द्वितीया तिथि का सूर्योदय 3 नवंबर को हुआ है, इसलिए भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा अर्चना कायस्थ समाज के लोगों के द्वारा 3 नवंबर को की गई है।
पौराणिक शास्त्रों और पूर्वजों से मिली जानकारी के मुताबिक भगवान ब्रह्मा के शरीर से उत्पन्न हुए मानस पुत्र भगवान श्री चित्रगुप्त के पुत्र हैं कायस्थ वर्ग के लोग और भगवान चित्रगुप्त महाराज, यमलोक में मनुष्य के कार्यों एवं मनुष्य के पापों और पुण्य के लेखा-जोखा रखते हैं और उसी के आधार पर मनुष्यों को उसका फल प्राप्त होता है, कायस्थ समाज के पितामह भगवान चित्रगुप्त की आराधना पृथ्वी पर कायस्थ समाज के लोगों के द्वारा भक्ति भावपूर्ण तरीके से हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के द्वितीया तिथि को धूमधाम से की जाती है।
कलम दवात की पूजा करते हुए अपने आराध्य भगवान चित्रगुप्त से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है, इस पूजन के उपरांत कायस्थ समाज के लोग अपनी लेखनी कलाम का त्याग अगले सूर्योदय तक कर देते हैं।
कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर प्रखंड के कई चर्चित मंदिरों में कायस्थ समाज के द्वारा पूजा की गई तो कई कायस्थ परिवार अपने घर में ही भगवान श्री चित्रगुप्त की भक्ति भाव से पूजन किए है, लेखकों को अक्षर प्रदान करने वाले और कायस्थ जाति के पितामह भगवान श्री चित्रगुप्त का लोगों ने आशीर्वाद प्राप्त किया।