Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम करजी में नवमी कि तिथि को ग्रामीणों के द्वारा 3 से 4 घंटे के करीब सड़क जाम किया गया था, स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा था कि चैनपुर पुलिस के द्वारा निर्दोष छात्र को शराब तस्कर बताते हुए जेल भेज दिया गया है, इस जाम के दौरान छात्र अंकित तिवारी के पिता कृपा शंकर तिवारी सहित काफी संख्या में स्थानीय ग्रामीण भी मौजूद थे, जिनके द्वारा पुलिस पर मनमानी का आरोप लगाते हुए सड़क जाम में सहयोग किया गया, इस मामले में चैनपुर पुलिस के द्वारा सड़क जाम करने में सम्मिलित लोगों के ऊपर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
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उक्त प्राथमिकी चैनपुर के एसआई शंभू कुमार के द्वारा दर्ज करवाई गई है जिसमें उन्होंने बताया है, रामनवमी के तिथि को बिहार मध्य निषेध एवं उत्पाद संशोधित अधिनियम 2018 में गिरफ्तार नामजद अभियुक्त अंकित तिवारी के पिता कृपा शंकर तिवारी ग्राम करजी के निवासी के द्वारा खरिगांवा मरहियां मुख्य मार्ग को जाम कर आने जाने वाले लोगों को रोक दिया गया, मौके पर जाम हटाने पहुंची पुलिस के साथ भी लोगों के द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया, काफी समझाने की कोशिश किए जाने के बाद भी लोगों के द्वारा 3 घंटे तक जाम रखा गया इस वजह से विधि व्यवस्था की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई।
इस मामले को लेकर चैनपुर पुलिस के द्वारा प्रदर्शन करने वाले लोग कृपा शंकर तिवारी, विजय शंकर तिवारी, युगल किशोर उपाध्याय उर्फ पंडुल, चंदन उपाध्याय, बबन तिवारी, दिवाकर उपाध्याय, प्रदीप नारायण उपाध्याय, सुनील उपाध्याय, सोनू उपाध्याय, सरस उपाध्याय उर्फ टुनटुन उपाध्याय, घनश्याम उपाध्याय, नंदु उपाध्याय, दीपक उपाध्याय, दिवेश उपाध्याय, जमुना उपाध्याय, सूचित उपाध्याय गुरुदेव उपाध्याय एवं सोनू उपाध्याय सभी ग्राम करजी के निवासी के ऊपर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इस मामले से संबंधित जानकारी लेने पर चैनपुर प्रभारी थानाध्यक्ष शंभू कुमार के द्वारा बताया गया सड़क जाम होने के कारण विधि व्यवस्था को लेकर काफी समस्याएं उत्पन्न हो गई, साथ ही पुलिस के साथ सड़क जाम कर हंगामा कर रहे लोगों के द्वारा अभद्र व्यवहार भी किया गया था, जिस मामले में प्राथमिकी दर्ज हुई है।