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बताया जा रहा है कि विद्यालय के कार्यक्रम के बाद प्रभात फकराबाद गांव में स्थित अपने घर लौटे और इनवर्टर की करंट की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई, करंट की चपेट में आने के बाद आनन-फानन उन्हें मोहनिया के निजी अस्पताल ले जाया गया लेकिन जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया, घटना के बाद मृतक के माता-पिता का रो कर बुरा हाल है बताया जा रहा है की मृतक की मां स्वर्गीय लीलावती चतुर्वेदी भी शिक्षक थी उनकी स्मृति में स्थापित स्वर्गीय लीलावती चतुर्वेदी पुस्तकालय के संचालन व अन्य शैक्षणिक गतिविधियों से प्रभात सक्रियता से जुड़े हुए थे।