Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
अल्ट्रासाउंड जांच केंद्र के निरीक्षण में पता चला कि बाहर लिंग परीक्षण नहीं होने के बारे में नहीं लिखा हुआ था। जिसके बाद संचालक को बाहर बोर्ड लगाने का निर्देश दिया गया। जिस पर स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए कि यहां लिंग परीक्षण नहीं होगा। लिंग परीक्षण करना दंडनीय अपराध है। इसके बाद एसडीएम दुर्गावती बाजार स्थित एक निजी क्लीनिक में पहुंचे जिन्हें वहां देखकर संचालक भाग निकला। वहां चिकित्सा का नाम और योग्यता अंकित नहीं थी। वही मामले से सम्बंधित जानकारी लेने पर एसडीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया कि रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण अक्सर अस्पतालों में चिकित्सा कर्मी लापरवाह रहते हैं। इसको ध्यान में रखकर रविवार को दुर्गावती के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया गया। इस दौरान रोस्टर के अनुसार चिकित्सक और कर्मी उपस्थित थे। शौचालय में गंदगी थी। अस्पताल प्रभारी को सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया।
ठंढ को देखते हुए अस्पताल परिसर में अलाव जलवाने को कहा गया। जिससे मरीजों व साथ आए लोगों को असुविधा न हो। अस्पताल की व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है। दुर्गावती में निजी जांच केंद्र के बाहर लिंग परीक्षण दंडनीय अपराध है इसका बोर्ड नहीं लगा था। संचालक को फटकार लगाते हुए तत्काल बाहर बोर्ड टांगने को कहा गया। जिससे लोगों को पता चल सके कि यहां लिंग परीक्षण नहीं होता। वही एक निजी क्लिनिक में पहुंचते ही संचालक फरार हो गया। इससे जाहिर होता है कि वहां झोला छाप चिकित्सक मरीजों का इलाज करते हैं। ये गंभीर बात है। मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। प्रत्येक निजी क्लीनिकों में वहां कार्यरत चिकित्सक का नाम व योग्यता की जानकारी देनी है। बोर्ड पर इसे अंकित करना है। ऐसा नहीं होने पर क्लिनिक संचालक के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई होगी।