Bihar: किशनगंज, भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी जवानों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है, जंहा शनिवार की रात्रि एसएसबी41वीं बटालियन के रानीडांगा की टीम के द्वारा क्वार्टर मोड़, रामधान बीपी संख्या 89/4 के समीप एशियन हाइवे-02 में छापेमारी कर 475.6 ग्राम संदिग्ध याबा टैबलेट के साथ 5 तस्करो को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही एक कार व एक स्कूटी भी जब्त किया गया है।
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इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए एसएसबी ने बताया की यह कार्रवाई, पानीटंकी के कंपनी कमांडर को मिली सूचना के आधार पर की गई है। सुचना मिलते ही एएसआई/जीडी पी. सिंघा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जिसमे 01 एएसआई, 02 कांस्टेबल और 01 चालक शामिल थे। गिरफ्तार आरोपित में पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले के पाटीराम निवासी बापी शेख व निताई माली, राठखोला निवासी पुलक दास, उत्तर रायपुर (दक्षिण दिनाजपुर) के आलोक दास तथा हेमंत बसु कालोनी सिलीगुड़ी के लखिन्द्र राय का नाम शामिल हैं। बरामद टैबलेट्स का वजन 475.6 ग्राम बताया गया है। जिनमें एम्फेटामिन/मेथा (याबा) होने की आशंका है। जब्त टैबलेट व वाहन और सभी आरोपित को अग्रेतर कार्रवाई हेतु स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, एसएसबी की यह कार्रवाई सीमा क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए उनकी कड़ी सतर्कता और समन्वय का परिणाम है। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी करोड़ों में आंकी जा रही है।
आपको बता दे की याबा, मेथैम्फेटामाइन एक शक्तिशाली और नशीला उत्तेजक पदार्थ है। इसमें कैफीन का मिश्रण होता यह पागल करने वाली दवा है। जिसका उत्पादन दक्षिण-पूर्व और पूर्वी एशिया में होता है। यह दवा संयुक्त राज्य अमेरिका के एशियाई समुदायों में लोकप्रिय है। बड़े-बड़े पार्टियों में इसका इस्तेमाल होता है। इस इलाके में याबा टैबलेट मिलने के बाद यह संभावना जताई जा रही है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी हो रही है।



