Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
- कर्ज के पैसे वापस माँगने पर भाई एवं भतीजे ने गोली मार कर दी महिला की हत्या
- पति ने पिट-पिट कर दी पत्नी की निर्मम हत्या
वीआईपी अध्यक्ष की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि पाटलिपुत्र की धरती हमेशा से सामाजिक न्याय, समाजवाद और लोकतंत्र में भागीदारी का साक्षी रहा है, लोकतंत्र में भागीदारी के अनुरूप जनप्रतिनिधि का चुनाव लोकतंत्र की मूल आत्मा है, यह भागीदारी अनुपातिक सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के अनुसरणात्मक होनी चाहिए इसके साथ ही उन्होंने बिहार की राजनीति में सामाजिक न्याय के नेता कर्पूरी ठाकुर के विचारों को लिखित करते हुए कहा है कि कर्पूरी ठाकुर के विचारों को आज के अनुरूप आज के समयानुकूल प्रासंगिक हो इसके लिए चुनाव में उनकी पार्टी की भागीदारी होनी आवश्यक है।
- आगामी विधनसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह का बयान, 220 सीट के लक्ष्य को करेंगे पार
- लड़की को भगा ले जाने के मामले में थाने में दर्ज हुई FIR
इसी क्रम में बिहार विधान परिषद के जनप्रतिनिधियों में समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करना अति आवश्यक है, इसलिए नीतीश कुमार से यह गुजारिश है कि समाज के सारे वर्गों को लेकर चलने के साथ ही बिहार विधान परिषद में आरक्षण बहाल करने की प्रक्रिया शुरू करें।
- कुंभ स्नान करने जा रहे श्रद्धालु से भरी कार की ट्रक से टक्कर, 1 की मौत 8 घायल
- पैक्स विजय जुलूस के दौरान हुआ मारपीट, सांसद समेत आधा दर्जन लोग घायल
वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दीप ज्योति ने पार्टी के एजेंडो को साफ करते हुए कहा कि पार्टी पिछड़ा और अति पिछड़े लोगों के हक के लिए लड़ रही है, पार्टी विधान परिषद चुनाव में अपनी भागीदारी मांग रही है, इसके लिए पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी लगातार प्रयास कर रहे हैं, अगर भागीदारी सुनिश्चित नहीं होती है तो वीआईपी पार्टी बिहार विधान परिषद चुनाव में 24 सीटों पर अपने प्रतिनिधि उतारेगी।