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इस संबंध में जानकारी देते हुए निगरानी विभाग के डीएसपी ने बताया कि नासरीगंज रोहतास निवासी योगेश साह ट्रक 24 मई को डेहरी से बालू लेकर वाराणसी जा रहे थे इसी दौरान मोहनिया थाना क्षेत्र के अकोढ़ी गांव के समीप जीटी रोड पर अवस्थित चेकपोस्ट पर खनन विभाग ने ट्रक पकड़ लिया, ट्रक चालक ने चालान दिखाया तो बताया गया कि चालान की अवधि 12 घंटे होती है इसकी अवधि समाप्त हो गई है इसलिए ट्रक को जब्त किया जाता है ट्रक मालिक के द्वारा खनन विभाग से ट्रक छोड़ने का अनुरोध किया गया जिस पर स्टेशन रोड स्थित जिला खनन विभाग के कार्यालय में पदस्थापित लिपिक रंजीत कुमार और परिचारी मोहम्मद सरफुद्दीन अंसारी ने ट्रक छोड़ने के एवज में एक लाख रूपए की मांग की।
ट्रक मालिक योगेश साह ने इसकी शिकायत पटना स्थित निगरानी कार्यालय में की शिकायत के आलोक में मामले की जांच कराई गई तो आरोप सही पाया गया जिसके बाद कार्रवाई के लिए एक टीम का गठन किया गया जिसमें एक डीएसपी, 4 इंस्पेक्टर सहित 11 सदस्य शामिल थे, सोमवार को यह टीम मोहनिया स्थित खनन कार्यालय पहुंची जहां योगेश से एक लाख घूस लेते रंजीत कुमार और परिचारी सरफुद्दीन अंसारी को रंगे हाथ दबोच लिया गया दोनों को गिरफ्तार करते हुए निगरानी विभाग अपने साथ लेकर पटना चली गई वही इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है।