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जानकारी के अनुसार 8 जनवरी की शाम उत्पाद पुलिस की टीम लछुआड़ में गिरधारी चौधरी को शराब के साथ गिरफ्तार करने का दावा की थी उस दौरान स्थानीय लोगों के द्वारा हमला किए जाने के आरोप लगाते हुए 9 जनवरी को लछुआड़ थाने में अवर निरीक्षक संगम कुमार में मुकदमा दर्ज कराया था, इस मुकदमे में 5 वर्ष के बच्चे विपुल कुमार उर्फ सहर्ष को आरोपी बनाया गया तब सुधीर चौधरी सहित परिवार के अन्य लोगों ने उत्पाद पुलिस पर जानबूझकर तबाह करने का आरोप लगाया था।
अवैध शराब कारोबार का झूठा आरोप लगाकर उन लोगों के साथ जोर जुल्म किए जाने का इल्जाम लगा था, इस मौके पर मौजूद घर के दामाद सीआरपीएफ जवान राकेश कुमार के साथ भी मारपीट किए जाने का आरोप लगा था, हालांकि उक्त आरोप को उत्पाद अधीक्षक संजीव कुमार ठाकुर ने सिरे से खारिज कर दिया था, साथ ही उन्होंने यह कहा था कि वह परिवार शराब बनाने के अवैध कारोबार में संलिप्त है, वही 5 साल के बच्चे को आरोपी बनाए जाने का कोई जवाब उत्पाद विभाग के पास नहीं है।